नई दिल्ली। कीव शहर में गोलीबारी का शिकार हुए भारतीय छात्र ने मीडिया से बात की है। घायल हरजोत सिंह ने बताया कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास कोई मदद नहीं पहुंचा रहा है, वह सिर्फ दिलासा दे रहा है। हरजोत सिंह ने कहा कि मैं बस कैसे भी अपने देश वापस पहुंचना चाहता हूं, यहां हालात हर बीतते पल के साथ बिगड़ रहे हैं। 

हरजोत सिंह ने कहा कि उन्होंने मदद के लिए कई मर्तबा भारतीय दूतावास से संपर्क किया। लेकिन दूतावास आश्वासन देने के अलावा और कुछ भी नहीं कर रही है। यूक्रेन में चारों तरफ दहशत का माहौल है। हरजोत सिंह ने कहा कि यूक्रेन में उनका कोई अपना नहीं है। वे जल्द से जल्द अपने घर पहुंचना चाहते हैं। 

हरजोत सिंह पंजाब के रहने वाले हैं। कीव शहर से निकलते वक्त उन्हें गोली लग गई थी, जिसके बाद उन्हें आनन फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गोली लगने की वजह से हरजोत सिंह को वापस कीव लौटना पड़ा और इस वक्त अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। हरजोत सिंह ने बताया कि उनके पैर में फ्रेक्चर हुआ है। वे चल नहीं सकते, इसलिए एंबेसी उन्हें किसी तरह से ले जाने में मदद प्रदान करे। 

यूक्रेन में हजारों की तादाद में भारतीय छात्र अब भी फंसे हुए हैं। रूसी यूक्रेन युद्ध के बीच छात्र किसी भी तरह से यूक्रेन से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं। हर बीतते दिन के साथ यूक्रेन में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकिव में हालात सबसे बदतर हैं।