नई दिल्ली। नए आईटी नियमों को लेकर भारत सरकार और ट्विटर के बीच जारी तकरार के बीच कू और गूगल ने अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को सौंप दी है। यह कंप्लायंस रिपोर्ट हर महीने सौंपी जानी है। कू ने कहा है कि वह हर महीने की पहली तारीख को ही भारत सरकार को अपनी कंप्लायंस रिपोर्ट सौंप दिया करेगा और इसकी जानकारी सार्वजनिक प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध रहेगी। 

वहीं फेसबुक अपनी अंतरिम रिपोर्ट आज सौंप सकता है। जबकि फाइनल रिपोर्ट को फेसबुक 16 जुलाई को सौंपेगा। हाल ही में फेसबुक और गूगल के प्रतिनिधि संसद की स्थाई समिति के समक्ष पेश हुए थे। उसी दौरान फेसबुक ने कंप्लायंस रिपोर्ट को लेकर यह आश्वासन दिया था। फेसबुक की कंप्लायंस रिपोर्ट में व्हाट्सएप से जुड़ा डेटा शामिल होगा। 

क्या है कू और गूगल की रिपोर्ट में 

कू ने अपनी कंप्लायंस रिपोर्ट में बताया है कि बीते महीने कू पर 5502 पोस्ट रिपोर्ट की गईं, जिसमें 1253 पोस्ट को कू ने हटाया और बाकी के खिलाफ एक्शन लिया। जबकि करीब 54,235 अकाउंट्स के लिए शिकायत मिली, जिसमें दो हजार अकाउंट को कू ने हटाया वहीं बाकी के खिलाफ एक्शन लिया। वहीं गूगल ने बताया कि पास नब्बे फीसदी शिकायतें कॉपीराइट संबंधी थी। एक अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक उसके पास 27 हजार शिकायतें आईं। 

दरअसल नए आईटी नियमों के मुताबिक भारत में अब पचास लाख से अधिक संख्या के यूजर्स वाले सोशल मीडिया प्लेटफार्म को हर महीने अपनी एक रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपनी है। जिसमें कम्पनियों को भारत सरकार को इस बात की जानकारी देनी है कि एक महीने में उन्हें कितनी शिकायतें प्राप्त हुईं और उन शिकायतों पर कंपनी ने किस तरह का एक्शन लिया।