नई दिल्ली। "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया की सबसे आखिरी और सबसे अच्छी उम्मीद हैं। दुनिया के सबसे चहेते और सबसे ताकतवर नेता हमें आशीर्वाद देने आए हैं।" पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान  न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने पहले पन्ने पर इस शीर्षक के साथ न्यूज़ छापा था। अखबार की वह क्लिप आप सब ने भी देखी होगी। हालांकि, पीएम मोदी की तारीफ में छपी यह खबर/लेख ही अब नरेंद्र मोदी की ग्लोबल बेइज्जती का कारण बन गया है।



दरअसल, दुनियाभर में मशहूर अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने नरेंद्र मोदी की तारीफ में ऐसी कोई खबर नहीं छापी हैं जिसमे उन्हें आखिरी उम्मीद और सबसे चहेते बताया गया हो। भारतीय मीडिया से उलट जनसरोकार की पत्रकारिता करने के लिए प्रख्यात और सत्ता के सामने डटकर खड़ी रहने वाली न्यूयॉर्क टाइम्स जैसी संस्था पीएम मोदी तो क्या खुद अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने भी रीढ़ विहीन नहीं होती। कोई भी समझदार व्यक्ति वायरल तस्वीर को देख एक नजर में समझ लेगा की ये आईटी सेल की कारस्तानी है। लेकिन अब मामला स्वयं न्यूयॉर्क टाइम्स के भी संज्ञान में आ गया है।



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न्यूयॉर्क टाइम्स ने खुद इस तस्वीर को ट्वीट कर कहा है कि यह पूरी तरह से झूठ है। एनवाईटी ने लिखा, 'यह उन तमाम मनगढ़ंत तस्वीरों और खबरों में से एक है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए न्यूयॉर्क टाइम्स के नाम से प्रसारित किया जा रहा है।' संस्था का आधिकारिक बयान सामने आने के बाद अब आईटी सेल का प्रोपेगैंडा न केवल बेनकाब हुआ है बल्कि दुनियाभर में लोग पीएम मोदी के मजे ले रहे हैं। 





दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे को बढ़ा चढ़ाकर पेश करने की नीयत से आईटी सेल ने न्यूयॉर्क टाइम्स के नाम से फर्जी क्लिप तैयार की थी। इस फर्जी तस्वीर को यह कहकर साझा किया जा रहा था कि अमेरिका में पीएम मोदी का डंका पिट रहा है। कई मासूम लोग तो इसे सच मानकर न सिर्फ अपने प्रधानमंत्री पर गर्व कर रहे थे बल्कि बेहद प्रफुल्लित हो रहे थे। हालांकि, प्रोपेगैंडा रूपी गुब्बारे की हवा अब बाहर आ चुकी है।



न्यूयॉर्क टाइम्स के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोग अजीबोगरीब टिप्पणी कर रहे हैं। जानेमाने पत्रकार अजीत अंजुम ने कहा है कि मोदी भक्तों के फर्जीवाड़े और फोटो शॉप का डंका दुनियाभर में बज रहा है। पत्रकार राणा अय्यूब ने लिखा है कि यह कितनी शर्म की बात है कि न्यूयॉर्क टाइम्स को स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा। और कुछ नहीं तो हमारे नेताओं की फोटो शॉप स्किल ही अंतरराष्ट्रीय खबर बन रही है। 





ट्विटर यूजर सुहृद तिवारी ने लिखा प्रधानमंत्री को न्यूयॉर्क टाइम्स के फ्रंट पेज में छपने की इतनी जल्दबाजी थी कि अखबार के बिना छापे ही फोटोशॉप से छाप डाले। फिर क्या हो गई ग्लोबल लेवल की बेइज्जती।