नई दिल्ली। अपने मासिक मन की बात कार्यक्रम में राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के लिए देशवासियों से कमर कस लेने की अपील की। उन्होंने भारत में ही खिलौनों के निर्माण के लिए स्टार्ट अप शुरू करने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे खिलौने हों या गेम्स, इन क्षेत्रों को आत्मनिर्भर अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। उन्होंने युवा उद्यमियों से भारत से संबंधित कम्प्यूटर गेम्स विकसित करने के लिए कहा और 'एप इनोवेशन चैलेंज' में हिस्सा ले रहीं एप्स की प्रशंसा की। 

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में खासतौर पर कुटूकीकिड्स एप का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस एप के सहारे बच्चे गणित और विज्ञान जैसे विषयों से संबधित बहुत से पहलू गानों और कहानियों के जरिए सीख सकते हैं। उन्होंने चिंगारी और आस्क सरकार नाम की एप का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आस्क सरकार एप की सहायता से नागरिक सरकारी योजनाओं के बारे में सही जानकारी पा सकते हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री ने फिटनेस के लिए स्टेप सेट गो, बिजनेस और खेल के लिए इज इक्वल टू, बुक्स एंड एक्सपेंस, जोहो वर्कप्लेस और एफटीसी टैलेंट जैसी एप्लिकेशन का जिक्र किया।

वैश्विक खिलौना निर्माण क्षेत्र में भारत की भागीदारी बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने 'टीम अप फॉर ट्वायस' अभियान की बात की। उन्होंने कहा कि खिलौने केवल बच्चों का मनोरंजन ही नहीं करते बल्कि उनकी रचनात्मकता भी बढ़ाते हैं और उनकी आकांक्षाओं को पंख देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा खिलौना निर्माण में वैश्विक हब बनने के लिए भारत के पास प्रतिभा भी है और कुव्वत भी। उन्होंने बताया कि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और असम में भारतीय खिलौनों का निर्माण कर रहे हैं। 

अपने मन की बात संबोधन में किसानों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि देश के किसानों ने महामारी में भी अपने साहस का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के त्योहारों और पर्यावरण के बीच गहरा संबंध है और ज्यादातर त्योहार प्रकृति की रक्षा से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह त्योहार का समय है लेकिन महामारी को देखते हुए हमें जिम्मेदारी और संयम का परिचय देना होगा।