नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को संयुक्त बैठक में दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित किया। अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति ने मोदी सरकार का लेखा जोखा पेश किया। 

राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं देश के उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन करता हूँ, जिन्होंने अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाए। आज़ादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का भी मैं श्रद्धा-पूर्वक स्मरण करता हूँ।

राष्ट्रपति कोविंद ने टीकाकरण अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में भारत के सामर्थ्य का प्रमाण कोविड वैक्सीनेशन प्रोग्राम में नजर आया है। एक साल से भी कम समय में वैक्सीन के डेढ़ सौ करोड़ से भी ज्यादा डोज लगाने का रिकॉर्ड पार किया है। आज हम दुनिया के देशों में सबसे ज्यादा डोज देने वाले अग्रणी देशों में हैं। 

राष्ट्रपति ने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया। लेकिन सरकार और नागरिकों के बीच पनपा परस्पर विश्वास ही समन्वय और सहयोग ही लोकतंत्र की ताकत का अभूतपूर्व उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में बन रही वैक्सीन पूरी दुनिया को कोरोना से मुक्त कराने में अभूतपूर्व भूमिका निभा रही है। 

इसके अलावा राष्ट्रपति ने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में भी मोदी सरकार ने अभूतपूर्व कार्य किया है। आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं के कारण गरीबों का इलाज हो सका है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में भी भारत ने नए आयाम हासिल किए हैं। वहीं राष्ट्रपति कोविंद ने बताया कि आज भारत स्मार्फटन के निमार्ण में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है।