नई दिल्ली। स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन के ग्रांड फिनाले को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के युवाओं पर मुझे काफी गर्व है। आरोग्य सेतु के तौर पर युवाओं ने देश में कोविड की ट्रैकिंग के लिए एक बेहतर तकनीक दी है। उन्होंने मेडिकल क्षेत्र में कई नए इन्नोवेशन किए हैं। इसकी आज पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। नई शिक्षा नीति 21 वीं सदी के युवाओं की सोच और ज़रूरत के अनुसार बनाई गई है। यह लर्निंग, रिसर्च और इनोवेशन पर फोकस करती है। आप लर्निंग, क्वैश्चनिंग और डूइंग जारी रखें। जब आप सीखेंगे तो आप सवाल करेंगे। जब आप सवाल करेंगे तो कुछ करेंगे और उससे कुछ नई चीजें सामने आएगी।

मोदी बोले कि नई शिक्षा नीति सच्चे अर्थ में पूरे भारत के सपने को अपने में समेटे हुए। यह केवल पॉलिसी डॉक्यूमेंट नहीं है। यह 130 करोड़ भारतीय की उम्मीदों का रिफ्लेक्शन भी है। नीति में पहले की कमियों को बदलने की कोशिश हो रही है। शिक्षा के इंटेंट और कंटेंट दोनों को ट्रांसफार्म करने का प्रयास है। सीखना एक ऐसा वरदान है जो जीवन भर काम देता है। सिर्फ याद कर लेने से ज्यादा दिनों तक ज्ञान काम नहीं आता। सिर्फ एक विषय के आधार पर यह तय नहीं हो सकता कि आपका प्रदर्शन क्या है। आप कौन हैं। मेरा मानना है कि ऐसी कोई भी समस्या नहीं है जिसका हमारे देश के युवा समाधान न ढूंढ सकें। हैकेथॉन की मदद से कई ऐसी समस्याओं को सुलझाया गया है। 

ग़ौरतलब है कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2020 का ग्रैंड फिनाले 1 से 3 अगस्त, 2020 तक आयोजित किया जा रहा है। स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन का पहला एडिशन 2017 में हुआ था। उसमें 42 हजार स्टूडेंट्स ने भाग लिया था  2018 में ये संख्या 1 लाख और 2019 में 2 लाख पहुंच गई। इस साल पहले राउंड में 4.5 लाख से भी ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए। इस बार ग्रांड फिनाले ऑनलाइन हो रहा है। इसमें 10 हजार से ज्यादा छात्रों के बीच 243 समस्याओं को सुलझाने के लिए कंपीटीशन होगा।