नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के वार पर कांग्रेस ने करारा पलटवार कर दिया है। दरअसल नड्डा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के एक पुराने वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि कांग्रेस नेता आज कृषि कानूनों की जिन बातों का विरोध कर रहे हैं, पहले वो खुद वैसे ही सुझाव देते रहे हैं। लेकिन कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नड्डा के इस आरोप के जवाब में उन पर ही पर तीखा हमला बोल दिया है।



दरअसल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को राहुल गांधी का जो पुराना वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया था, उसमें राहुल आलू पैदा करने वाले किसानों के साथ अपनी बातचीत का ब्योरा दे रहे हैं। वीडियो में राहुल कह रहे हैं कि किसानों को लगता है कि अगर चिप्स बनाने वाली फैक्ट्री उनके पास ही हो और वे अपना आलू सीधे फैक्ट्री को बेच सकें तो उन्हें अपनी फसल की बेहतर कीमत मिलेगी। राहुल आगे बताते हैं कि अमेठी के पास फूड पार्क बनाने के प्रस्ताव के पीछे यही सोच रही है। वे बताते हैं कि फूड पार्क के इस प्रोजेक्ट से अमेठी और आसपास के कई जिलों के किसानों को फायदा हो सकता है।



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बीजेपी अध्यक्ष ने राहुल गांधी के इस बयान पर टिप्पणी करते हुए लिखा, "ये क्या जादू हो रहा है राहुल जी? पहले आप जिस चीज़ की वकालत कर रहे थे, अब उसका ही विरोध कर रहे है। देश हित, किसान हित से आपका कुछ लेना-देना नही है।आपको सिर्फ़ राजनीति करनी है।लेकिन आपका दुर्भाग्य है कि अब आपका पाखंड नही चलेगा। देश की जनता और किसान आपका दोहरा चरित्र जान चुके है।" 





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यानि राहुल गांधी ने आलू पैदा करने वाले किसानों से हुई अपनी बातचीत के बारे में जो बात कही थी, अमेठी में फूड पार्क लगाने का फायदा बताते हुए जो कहा था, उसे बीजेपी अध्यक्ष ने मोदी सरकार के कृषि बिलों के समर्थन से जोड़ दिया। लेकिन राहुल गांधी के खिलाफ नड्डा का यह दांव ज़्यादा देर तक नहीं चल पाया।



कांग्रेस माहसचिव रणदीप सुरजेवाला ने नड्डा पर पलटवार करते हुए कहा कि बरगालने से पहले आपने यह तो जान लिया होता कि आलू पर एमएसपी होता है या नहीं ? नड्डा पर तीखा वार करते हुए सुरजेवाला ने लिखा, 'मा. नड्डा जी, बरगलाने से पहले ये तो जान लेते कि आलू का MSP नही होता। और... कृषि क्षेत्र में सुधार हम भी चाहते हैं पर तीन काले क़ानूनों से किसान के जीवन पर जो हमला किया है, सवाल उस का है। हाँ, ये भी बताएँ कि देश के किसान को छोड़ आप 10 लाख टन आलू विदेश से क्यों आयात कर रहे हैं? "



 





 





राहुल के वीडियो की पूरी हकीकत जानिए 



बीजेपी अध्यक्ष ने राहुल गांधी का जो वीडियो शेयर किया है उसमें राहुल किसानों को सही दाम दिलाने की बात कर रहे हैं। लेकिन उसमें मौजूदा कृषि कानूनों के प्रावधानों का समर्थन करने वाली कौन सी बात है? जैसा कि सुरजेवाला ने साफ किया है, आलू पर एमएसपी लागू ही नहीं है। ऐसे में आलू को सीधे फैक्ट्री में बेचने की बात कहने में गलत क्या है? आंदोलन करने वाले किसान हों या उनका समर्थन कर रहे राहुल गांधी जैसे नेता, सब यही तो चाहते हैं कि किसानों को फसलों का सही दाम मिले। इसीलिए तो किसान फसल पर एमएसपी की कानूनी गारंटी मांग रहे हैं। फिर भला राहुल गांधी की वीडियो में कही बात और किसान आंदोलन की मांग में विरोधाभास कहां है।  



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जेपी नड्डा ने जो वीडियो साझा किया है, वो बीच से कटा हुआ लगता है। फिर भी उसे सुनकर इतनी बात तो समझ आ ही जाती है कि राहुल गांधी अमेठी के अपने ड्रीम प्रोजेक्ट फूड पार्क की बात कर रहे हैं। जिसके तहत अमेठी ज़िले के तीस हज़ार किसानों को लाभ मिलने वाला था। इस फूड पार्क में राहुल गांधी फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़ी 35 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना करना चाहते थे, जिससे ज़िले के किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम मिल सके। करीबन 400 करोड़ रुपए की लागत से इसे तैयार किया जाना था। लेकिन नड्डा की पार्टी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया। राहुल गांधी लोकसभा में दिए उस भाषण में यही कह रहे हैं कि उनकी परियोजना को सरकार रद्द न करे। अब इस वीडियो को जेपी नड्डा ने अपनी सरकार के कृषि कानूनों की वकालत करने वाला कैसे समझ लिया ये तो वे ही बता सकते हैं।