हिमाचल प्रदेश के रोहतांग जिले में अटल टनल का उद्घाटन हो चुका है। यह दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई पर बनी सबसे लंबी हाइवे टनल है और मनाली को स्पीति से जोड़ती है। यह तीन किलोमीटर की ऊंचाई पर बनाई गई है।  

इस टनल ने मनाली से स्पीति के बीच की दूरी को 46 किलोमीटर कम कर दिया है। यह पीर पंजाल पर्वतमाला को काटती हुई गुजरती है। जहां पहले मनाली से स्पीति पहुंचने में लगभग चार घंटे का समय लगता था, वहीं अब इस टनल से इन दोनों स्थानों के बीच की दूरी तय करने में मात्र 15 मिनट लगेंगे। 

टनल का नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है। इसके निर्माण में करीब 15 हजार टन स्टील की खपत हुई है। 3,200 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई इस टनल को पूरा करने में लगभग एक दशक लग गया। 

रोजमर्रा के स्तर पर तकरीबन तीन हजार कार और डेढ़ हजार ट्रक आसानी से टनल से गुजर सकते हैं। हालांकि, उनकी गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक नहीं होनी चाहिए। 

टनल में हर 150 मीटर पर एक टेलीफोन, हर 60 मीटर पर अग्निशामक यंत्र, हर आधे किलोमीटर पर इमरजेंसी एग्जिट, लगभग प्रत्येक सवा दो किलोमीटर पर गाड़ी मोड़ने की सुविधा, प्रत्येक 250 मीटर पर सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ हवा की गुणवत्ता दर्शाने वाले स्क्रीन लगाए गए हैं। इस टनल को ना केवल सैन्य स्तर पर रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है, बल्कि इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है।