नागपुर। बॉर्डर गावस्कर सीरीज के पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को चारों खाने चित कर दिया है। टेस्ट मैच के तीसरे दिन ही भारतीय टीम ने जीत हासिल कर ली और ऑस्ट्रेलियाई टीम को पारी और 132 रनों से हरा दिया। 

ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन पूरी टीम पहले दिन ही 177 रनों पर ऑल आउट हो गई। इसके बाद भारतीय टीम ने बल्लेबाज़ी करते हुए स्कोर बोर्ड पर 400 रन टांग दिए। अब ऑस्ट्रेलिया टीम 223 रनों से पीछे हो गई थी। 

लेकिन तीसरे दिन भी ऑस्ट्रेलिया की टीम की हालत अच्छी नहीं रही और पूरी टीम महज़ 91 रनों पर ऑल आउट हो गई। लिहाजा भारतीय टीम को पहले मुकाबले में एक बड़े अंतर से जीत हासिल हो गई। 

भारतीय टीम की इस बड़ी जीत में तीन बड़े हीरो रहे। भारतीय टीम के RRR के आगे पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने घुटने टेक दिए। सबसे रविंद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में पांच विकेट झटक कर एक कम स्कोर पर कंगारुओं को रोका। इसके बाद बल्लेबाज़ी में भी उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेली। 

भारत की बल्लेबाज़ी में कप्तान रोहित शर्मा ने अपने शतक से भारत के एक बड़े स्कोर की नींव रखी। रोहित शर्मा तीनों फॉर्मेट में शतक जड़ने वाले भारत के पहले कप्तान भी बन गए। रविंद्र जडेजा और रोहित शर्मा के अलावा रविचंद्रन अश्विन ने भी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। भारतीय पारी में उन्होंने नाइट वॉचमैन का किरदार निभाते हुए छोटी मगर 20 रनों की अहम पारी खेली। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में पांच विकेट झटक कर भारतीय टीम की एक बड़ी जीत का मार्ग प्रशस्त किया।

टेस्ट मैचों में अश्विन ने 25वीं बार किसी पारी में पांच या उससे विकेट लिए हैं। इस मामले में उन्होंने अनिल कुंबले की बराबरी कर ली है। कुंबले और अश्विन के बाद भारत की तरफ से सबसे ज़्यादा पांच बार विकेट हरभजन सिंह ने लिए हैं। हरभजन सिंह ने अपने टेस्ट करियर में कुल 18 बार एक पारी में पांच या उससे अधिक विकेट लिए थे। 

नागपुर में जीत के बाद अब भारतीय टीम ने सीरीज पर 1-0 की बढ़त बना ली है। सीरीज का अगला मैच अब दिल्ली में 17 फरवरी से खेला जाना है। ऑस्ट्रेलिया के पास अब सीरीज में वापसी करना एक बहुत बड़ी चुनौती है।