नई दिल्ली। आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में इस बार पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर जैक कैलिस को जगह मिली है। कैलिस समेत कुल तीन क्रिकेटरों को इस बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउंसिल के हॉल ऑफ फेम में इस बार पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ज़हीर अब्बास और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटर लिसा स्थालेकर को जगह मिली है।      

क्या कहता है तीनों का रिकॉर्ड ? 
दक्षिण अफ्रीकी ऑल राउंडर जैक कैलिस की अगर हम बात करें तो कैलिस दक्षिण अफ्रीका की ओर से टेस्ट और वनडे में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। कैलिस ने टेस्ट और वनडे दोनों में दस हज़ार से ज़्यादा रन और 200 से ज़्यादा विकेट लिए हैं। कैलिस ने 166 टेस्ट मैचों में 13,289 रन बनाए तो वहीं 292 विकेट चटकाए। वनडे में कैलिस 11,579 रन तथा 273 विकेट अपने नाम किए। टेस्ट मैचों में कैलिस ने रिकॉर्ड 23 बार मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया है। 

पाकिस्तानी क्रिकेटर ज़हीर अब्बास को उनकी बेहतरीन बल्लेबाज़ी के लिए एशियाई ब्रैडमैन कहा जाता था। अब्बास ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 78 टेस्ट मैच और 62 एकदिवसीय मैच खेले। टेस्ट में 44 की औसत से अब्बास ने 6,935 रन बनाए, जिसमे 12 शतक और 4 दोहरे शतक शामिल हैं। 62 वनडे मैचों में अब्बास ने 2752 रन बनाए, जिसमें 7 शतक शामिल हैं। अब्बास से पहले इमरान खान, जावेद मियांदाद, वसीम अकरम, हनीफ मोहम्मद और वक़ार यूनिस को हॉल ऑफ फेम में जगह मिल चुकी है।       

लिसा स्थालेकर 2005 और 2013 में वनडे वर्ल्ड कप और 2010-12 में टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रह चुकी हैं। लिसा एक दिवसीय मैचों में  1000 रन और 100 विकेट लेने वाली पहली महिला क्रिकेटर थीं। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में जगह पाने वाली लिसा 9वीं महिला क्रिकेटर हैं। लिसा से पहले रचाएल फ्लिंट, बेलिंडा क्लार्क, डेबी होक्ले, एनिड बकवेल, बेटी विल्सन, कैरन रोलटेन, क्लेयर टेलर, कैथरीन फिट्ज़पैट्रिक को हॉल ऑफ फेम में जगह मिल चुकी है।   

आईसीसी हॉल ऑफ फेम क्रिकेट में लंबे और शानदार खेल खेलने वाले दिग्गजों की उपलब्धियों को मान्यता देता है। इसे 2009 में शुरू किया गया था। अब तक 90 करिएक्टरों को हॉल ऑफ फेम में जगह मिल चुकी है। भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी और राहुल द्रविड़ को हॉल ऑफ में जगह मिल चुकी है।