बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में पदस्थ एसडीओपी याकूब मेमन पर रायपुर की एक महिला ने रेप का आरोप लगाया है। वहीं, आरोपी एसडीओपी याकूब ने भी पीड़िता के खिलाफ ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए हैं। मामले में सरगुजा पुलिस ने केस शून्य पर दर्ज कर केस डायरी को टिकरापारा पुलिस को ट्रांसफर किया है।

जानकारी के अनुसार, साल 2020-21 में याकूब मेमन टिकरापारा थाना प्रभारी थे। उस वक्त पीड़िता अपने पति के साथ उसके मकान में किराए से रहती थी। महिला ने बताया कि उनके पति के घर पर नहीं रहने पर याकूब ने उसे कई बार डराया और शारीरिक संबंध बनाए। महिला ने रायपुर पुलिस से इस मामले की शिकायत की। हालांकि एफआईआर दर्ज नहीं हुई। इसके बाद पीड़िता ने IG से शिकायत किताब जीरो FIR दर्ज की गई।

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दूसरी तरफ एसडीओपी याकूब मेमन ने भी महिला के खिलाफ आईजी से शिकायत की है। उन्होंने बताया कि महिला ने उनसे पैसे मांगे, फिर जबरन नजदीकियां बढ़ाई और अब उन्हें ब्लैकमेल कर धमका रही है। वे अब तक 1.5 लाख रुपए दे चुके हैं। इतना ही नहीं महिला अब मकान अपने नाम करवाने का दबाव डाल रही है, जब इससे इन्कार किया तो झूठा केस दर्ज कर दिया। 

उन्होंने आगे बताया कि वीडियो कॉल के दौरान महिला अर्धनग्न स्क्रीन शॉट लेकर उन्हें धमका रही है। इससे तंग आकर एसडीओपी ने 12 सितंबर को आईजी को लिखित शिकायत कराई। सरगुजा आईजी दीपक कुमार झा ने बताया कि रायपुर की रहने वाली पीड़िता ने दुष्कर्म की शिकायत की है। सरगुजा के महिला थाने में केस शून्य पर दर्ज किया गया आगे की जांच रायपुर पुलिस करेगी। बता दें कि याकूब मेनन टीआई से प्रमोट होकर एसडीओपी बनाए गए हैं। उनकी वर्तमान पद बलरामपुर पुलिस अनुविभाग के एसडीओपी है। शिकायत आने के बाद वे पिछले तीन-चार दिनों से ड्यूटी पर नहीं लौटे हैं।