भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद को किसान पुत्र हितैषी बताते हैं मगरउनकी सरकार ने प्रदेश भर के किसानों को यूरिया की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। खरीफ सीजन के फसलों की बुआई हो चुकी है। किसानों को अब यूरिया की आवश्यकता है लेकिन हालात उन्हें यूरिया की कालाबाजारी का सामना करना पड़ रहा है। 

राज्य सरकार किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध नहीं करा रही है। जिसके परिणास्वरूप किसानों को यूरिया की कालाबाजारी का सामना करना पड़ रहा है। वे निजी विक्रेताओं से यूरिया अधिक दामों पर लेने पर मजबूर हैं।

किसानों को हो रही यूरिया की अनुपलब्धता तथा प्रदेश में यूरिया की बढ़ती कालाबाजारी को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपने पत्र में कहा है कि प्रदेश भर के किसान यूरिया की किल्लत से परेशान हैं। राज्य सरकार द्वारा यूरिया का वितरण ढंग से न होने के कारण प्रदेश के किसान यूरिया की कालाबाजारी का दंश झेलने पर मजबूर हैं। 

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सिंह चौहान का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया है कि प्रदेश की सरकार के इस रवैए को लेकर किसानों के मन में आक्रोश व्याप्त हो गया है। कमल नाथ ने बताया है कि सेंट्रल लॉक से ही नगद विक्रय होने के कारण किसानों को खाद लेने के लिए लगभग 25-30 किलोमीटर की दूरी का सफ़र तय करना पड़ रहा है। कमल नाथ से मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द किसानों की समस्या का निवारण करने का अनुरोध किया है।