सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की बची हुई परीक्षाएं कब होगी इस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला रूक गया है। कोर्ट में आज सुनवाई के दौरान सरकार और बोर्ड की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इस सुझाव पर फैसला लेने के लिए एक और दिन का समय मांगा। तुषार मेहता की दलील सुनते हुए जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 25 जून तय कर दी है।

सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई के दौरान सीबीएसई के पक्ष से दलील रखते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि सरकार और बोर्ड को छात्रों की परेशानी का अंदाज़ा है। बोर्ड और सरकार के बीच परीक्षाओं को लेकर बातचीत अब अपने आखिरी चरण में है। ऐसे में किसी भी अंतिम निर्णय पर पहुंचने के लिए एक और दिन के समय की दरकार है।

कोरोना महामारी के चलते सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षाएं आयोजित नहीं हो पाई थी। वहीं उत्तर - पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुई हिंसा की वजह से दसवीं की परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो पाया था। ऐसे में सीबीएसई के उत्तर पूर्वी दिल्ली में दसवीं और भारत भर में बारहवीं की परीक्षाएं नहीं हो पाई। सीबीएसई ने हाल ही में परीक्षाओं के आयोजन और तमाम दिशा निर्देशों को जारी करते हुए स्थगित परीक्षाओं के तारीखों की घोषणा की थी। स्थगित परीक्षाओं का आयोजन 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होना है। ऐसे में अभिभावकों के एक समूह ने कोरोना के ख़तरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में परीक्षाओं का आयोजन न होने को लेकर याचिका दायर की थी। शीर्ष अदालत ने पिछली हफ़्ते सुनवाई के दौरान सीबीएसई को 23 जून तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा था।