भारत बायोटेक के बाद अब अहमदाबाद स्थित ज़ाईडस कैडिला लिमिटेड कंपनी ने भी कोरोना की वैक्सीन ईजाद करने का दावा किया है। डीसीजीआई ने अब गुजरात की इस कंपनी को भी क्लीनिकल ट्रायल करने की अनुमति दे दी है। यह कंपनी भी भारत बायोटेक की ही तरह दो चरणों में क्लीनिकल ट्रायल करेगी।

अब तक देश भर में कोरोना के 6 लाख 47 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। शुक्रवार तक 18,661 मरीज़ कोरोना संक्रमण के कारण अपनी ज़िन्दगी से हाथ धो बैठे हैं। ऐसे में पहले भारत बायोटेक और अब ज़ाईडस कैडिला नामक कंपनी को क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति मिलने के बाद उम्मीदें बढ़ गई हैं।

विशेषज्ञों की एक समिति ने सभी ज़रूरी जानकारी एकत्रित करने के बाद वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल को लेकर अपनी हामी भर दी। अहमदाबाद स्थित इस कंपनी द्वारा जानवरों पर किए गए सभी परीक्षण सफल रहे हैं। ऐसे में डीजीसीआई वीजी सोमानी ने वैक्सीन का मानव परीक्षण करने की अनुमति दे दी है।

कंपनी का क्या कहना है?

कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि उसके द्वारा विकसित की गई वैक्सीन को चूहों, सूअरों और खरगोशों में मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के रूप में पाया गया। कम्पनी ने बताया कि वैक्सीन द्वारा उत्पादित एंटीबॉडी वायरस को पूरी तरह से बेअसर करने में सक्षम थे। कम्पनी ने आगे कहा कि ट्रायल के दौरान जानवरों में किसी भी तरह की कोई सुरक्षा संबंधित कोई भी परेशानी नहीं देखी गई।

ज़ाईडस कैडिला की वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में सफल होने और जल्द ही कोरोना की वैक्सीन लोगों तक उपलब्ध होने की उम्मीद जताई जा रही है।