केंटकी। अमेरिका में शनिवार को कुदरत ने जबरदस्त कहर बरपाया है। यहां 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आई तूफान ने अमेरिका के 5-6 राज्यों में भारी तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक आपदा की वजह से करीब 100 से अधिक लोगों की जान चली गई है। तूफान ने अमेरिका के केंटकी राज्य में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। केंटकी में सैंकडों इमारतें ढह गई हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। 



बताया जा रहा है कि शुक्रवार-शनिवार की रात एक साथ आए कई तूफ़ान आपस में जुड़ गए और इस वजह से भारी तबाही हुई है। तूफान की वजह से कई इमारतें ढई गई हैं, कई घर उड़ गए हैं। मरने वालों की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है।  अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे इतिहास के सबसे बड़े तूफानों में से एक बताया है। केंटकी में तूफान को लेकर यहां के गवर्नर एंडी बेशियर ने आपातकाल की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू की कई टीमें अलग-अलग इलाकों में मौजूद है। 





अकेले केंटकी राज्य में ही 80 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि दर्जनों लोग अब भी मलबे के नीचे दफन हैं। मेफील्ड को इस तूफान का ग्राउंड जीरो माना जा रहा है। मेफील्ड में एक मोमबत्ती फैक्टरी के गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई। गवर्नर बेशियर के मुताबिक, तूफान जब फैक्ट्री से टकराया, उस वक्त इसमें करीब 110 लोग काम रहे थे। यहां 18 लोगों की मौत हो चुकी है। 



बताया जा रहा है कि मेफील्ड में तूफान की शुरुआत 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार जो बढ़कर 200 मील/घंटा की गति तक पहुंच गया। तूफान के इस लेवल को बेहद खतरनाक की कैटेगरी में रखा जाता है। मेफील्ड शहर की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें भयानक तबाही का मंजर देखा जा सकता है। शहर के तकरीबन सभी घर ध्वस्त हो चुके हैं और जगह-जगह लोहे के खंभे आदि मुड़े हुए हैं, जो बेहद भयावह लग रहे हैं। 



उधर इलिनोइस राज्य में भी तूफान का भयंकर कहर देखने को मिला है। यहां अमेजन कंपनी का एक वेयरहाउस ध्वस्त हो गया है, जिसके मलबे में करीब 100 कर्मचारी दब गए हैं। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मलबे में दबने से कई लोगों के मौत होने की आशंका है। आर्कन्सास राज्य में एक नर्सिंग होम की बिल्डिंग ढहने से 20 लोग दब गए, जिनमें 2 की मौत हो गई। मिसौरी में सेंट चार्ल्स और सेंट लुइस काउंटी के कुछ हिस्सों में 112 मील प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की खबर है।