ह्यूस्टन। नासा के वैज्ञानिकों ने पहली बार अंतरिक्ष में मूली की फसल उगाने में सफलता हासिल की है। बताया जा रहा है कि इस फसल को 2021 में धरती पर लाने की तैयारी है। नासा की अंतरिक्षयात्री और फ्लाइट इंजीनियर केट रूबिन्स ने अंतरिक्ष में मूली के 20 पौधों की फसल काट ली है और उन्हें पैक करके कोल्‍ड स्‍टोरेज में रख दिया है। मूली के इन पौधों को साल 2021 में धरती पर लाया जा सकेगा।

नासा के वैज्ञानिकों ने इस एक्सपेरिमेंट का नाम प्लांट हैबिटेट-02 रखा है। मूली को स्पेस स्टेशन में उगाने के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि इसकी फसल 27 दिन में पूरी तरह से तैयार हो जाती है। खास बात यह है कि इस मूली में भरपूर पोषक तत्व हैं और यह खाने लायक भी है।

क्यों उगाई गई मूली की फसल 

नासा की प्रोग्राम मैनेजर निकोल डुफोर के मुताबिक पत्तियों वाली बाकी सब्जियों से मूली काफी अलग है। इसे उगाने में काफी कम देखभाल और वक्त की जरूरत होती है साथ ही मूली का इस्‍तेमाल शोध में भी किया जा सकता है। अंतरिक्ष यात्री और भी फसल उगा सकते थे लेकिन उन्‍होंने मूली को ही चुना क्‍योंकि वह जल्‍द से जल्‍द अंतरिक्ष में कोई फसल उगाना चाहते थे।

स्पेस के एक चैम्बर में इसे उगाने के दौरान वहां लाल, नीली और हरी और व्हाइट एलईडी लाइट डाली जाती है ताकि पौधे की ग्रोथ अच्छी हो। नासा के वैज्ञानिक अब अतंरिक्ष में उगने वाली मूल की तुलना फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर में उगाई गई मूली से करेंगे। साथ ही वह धरती पर उगने वाली आम मूली से भी इसकी तुलना की जाएगी।

बता दें कि इससे पहले अंतरिक्ष में गेहूं उगाया गया था। अंतरिक्ष में अलग-अलग तरह की सब्जियां उगाकर यह चेक किया जा रहा है कि वहां कौन से पौधे उगाए जा सकते हैं जो लम्बे समय तक वहां रहने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।