नई दिल्ली। दुनिया में आज का दिन इतिहास में स्थापित हो गया। दरअसल, सामान्य दिन के मुकाबले आज का दिन 1.3 से 1.51 मिली सेकंड पहले खत्म होगा। आने वाली 22 जुलाई और 5 अगस्त को भी दिन जल्दी ढलेगा। इससे पहले पांच जुलाई को पृथ्वी ने 1.66 मिली सेकंड से पहले अपना राउंड पूरा किया था। बता दें पृथ्वी 24 घंटे में एक चक्कर लगाती है। लाइव साइंस के अनुसार चंद्रमा पृथ्वी के रोशन को प्रभावित करने लगा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन तीन दिनों के दौरान चंद्रमा पृथ्वी के भूमध्य रेखा यानी (इक्वेटर) से दूर होगा और ध्रुवों के करीब होगा। वहीं जब चंद्रमा ऐसे स्थान पर होता है तो उसका खिंचाव पृथ्वी के चक्कर लगाने की गति को बढ़ा देता है। जिसे चंद्रमा भी पृथ्वी को तेजी से घुमाने के लिए मजबूर कर रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि एक से दो अरब पहले पृथ्वी एक दिन में 19 घंटे का चक्कर लगाती थी। इसकी वजह थी कि चंद्रमा पृथ्वी के बेहद नजदीक था। और उसका गुरुत्वाकर्षण बल तेजी से काम करता था।
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पृथ्वी पर एक दिन का अर्थ होता है उसके धुरि का एक चक्कर लगाना। यह चक्कर लगाने में 86400 सेकंड का समय लगता है यानी 24 घंटा पूरा। अगर बात करें पृथ्वी के घूमने की रफ्तार की तो यह हमेशा एक जैसी नहीं रहती। इसे कई चीजों से गुजरना होता है जो इसे प्रभावित करती है। जैसे सूरज और चांद की स्थिति, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव, पृथ्वी के अंदर और बाहर दोनों जगह द्रव्यमान का असमान बंटना। इनमें बर्फ का पिघलना यहां समुद्र का स्तर बदलना शामिल है।