नई दिल्ली। यूक्रेन की सीमा से रूसी सेना की वापसी के बावजूद यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध का खतरा अभी टला नहीं है। मंगलवार को यूक्रेन पर बड़ा साइबर अटैक किया गया। जिसमें यूक्रेन की कई सरकारी साइट्स ठप हो गईं। इतना ही नहीं यूक्रेन के दो सरकारी बैंकों पर भी साइबर अटैक हुआ, जिस वजह से यूक्रेन में ऑनलाइन पेमेंट भी ठप पड़ गया। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय सहित कई वेबसाइट्स पर साइबर अटैक हुआ। देश के दो सरकारी बैंकों को भी हैकर्स ने निशाना बनाया। जिस वजह से पूरे यूक्रेन में ऑनलाइन पेमेंट रुक गया। साइबर अटैक की वजह यूक्रेन के लोगों को बैंकों में जमा अपने पैसे को लेकर चिंता सताने लगी। हालांकि यूक्रेन की सरकार ने अपने देशवासियों को यह आश्वासन दिया कि उनके पैसे सुरक्षित हैं। 

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस को चेतावनी दे डाली है। भारतीय समयानुसार मंगलवार देर रात को जो बाइडेन ने देश के नाम संबोधन में रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रूस यूक्रेन में रह रहे अमेरिकी नागरिकों पर निशाना बनाता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं रूस की जनता से कहना चाहता हूं कि वो हमारे दुश्मन नहीं हैं। लेकिन अगर रूस ने यूक्रेन में अमेरिकियों पर निशाना बनाया तो हम इसका करारा जवाब देंगे।

हालांकि दूसरी तरफ रूस ने यूक्रेन की सीमाओं से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर करीब डेढ़ लाख सैनिकों की तैनाती कर दी थी। जिसके बाद से ही युद्ध होने की आशंका प्रबल हो गई थी। लेकिन मंगलवार को रूस ने अचानक अपनी सैन्य टुकड़ियों को वापस बुलाना शुरू कर दिया। जिससे यह लगने लगा कि यूक्रेन और रूस में युद्ध संभावनाएं अब समाप्त होने वाली हैं।

लेकिन यूक्रेन पर हुए साइबर अटैक और अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान में तल्खी से एक बार फिर युद्ध होने की आशंका बढ़ गई है। हालांकि रूस ने कहा है कि उसका यूक्रेन पर आक्रमण करने का कोई इरादा नहीं है।