भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सत्ता में वापस आने के बाद से मध्य प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। 318 दिनों में पूरे प्रदेश भर में महिलाओं के साथ अपहरण और बलात्कार जैसी दस हजार से ज़्यादा संगीन वारदात दर्ज की गई हैं। 1 अप्रैल 2020 से लेकर 12 फरवरी 2021 तक दुष्कर्म और अपहरण के कुल 10,002 मामले सामने आए हैं। 

यह आंकड़ा किसी रिपोर्ट का नहीं बल्कि खुद मध्य प्रदेश सरकार का है जो कि विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में प्रदेश के गृह मंत्री ने दिया है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह आंकड़ा सोहनलाल वाल्मीक के सवाल के जवाब में पेश किया है। इस आंकड़े के अनुसार प्रदेश में प्रति दिन औसतन 15 बच्चियों या महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म जैसा जघन्य अपराध दर्ज किया गया है। इसके साथ ही प्रति दिन औसतन 16 बच्चियों या महिलाओं के अपहरण की वारदात सामने आई है।

आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार के कुल 4,833 मामले दर्ज किए गए। 5,085 बच्चियों और 84 महिलाओं का अपहरण भी इसी अवधि के दौरान किया गया। कुल दर्ज मामलों में से 6,667 आरोपियों को जेल भी भेजा गया।

8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मद्देनजर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बड़ी घोषणा किए जाने की चर्चा है। महिला दिवस के अवसर पर शिवराज की कार चलाने से लेकर उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करने तक की ज़िम्मेदारी महिलाओं को दी गई है। हर सरकारी कार्यक्रम से पहले कन्यापूजन करने का फैसला भी शिवराज ने सत्ता में वापसी के बाद किया है। लेकिन कन्या पूजन से प्रदेश की बच्चियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं हुई हैं, इसकी गवाही खुद सरकारी आंकड़े दे रहे हैं।