ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में औद्योगिक विकास की गति धीमी होने को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने चिंता जताई है। उन्होंने सीएम मोहन यादव का बिना नाम लिए कहा कि ग्वालियर को उद्योग नहीं मिल पा रहे हैं। तोमर ने सिंधिया से कहा कि उन्हें ग्वालियर के विकास के लिए सीमा रेखा लांघने की आवश्यकता है। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि इसके लिए वह सिंधिया के महल के बाहर धरने पर भी बैठ सकते हैं।
दरअसल, सोमवार को ग्वालियर के विजयाराजे सिंधिया गर्ल्स कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे थे। इस दौरान ऊर्जा मंत्री तोमर ने मंच से बोलते हुए कहा कि 1 नवंबर 1956 को जब मध्य प्रदेश का गठन हुआ था। तब ग्वालियर मध्य प्रदेश के इंदौर, जबलपुर और भोपाल से बहुत आगे यानी नंबर एक था। उन्होंने कहा कि हमारे ग्वालियर में सिमको रेशम मिल कांच मिल सहित अन्य इंडस्ट्री के साथ औद्योगिक नगरी थी।
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तोमर ने कहा कि ग्वालियर में सीवर लाइन उस समय बहुत अच्छी डली हुई थी। लेकिन आज हमारा ग्वालियर पीछे जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिर से एक बार ग्वालियर को हर क्षेत्र में नंबर वन बनाने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगे आना ही पड़ेगा। उन्होंने सिंधिया से कहा कि कुछ मजबूरियां हो सकती हैं लेकिन उस सीमा रेखा को आपको ही लांघना पड़ेगा। तोमर के इस बयान के बाद सिंधिया खेमे और सीएम मोहन यादव के बीच की असहमतियां खुलकर सामने आ गई है।
यह पहला मौका नहीं जब भाजपा के किसी जनप्रतिनिधि ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए हो। बीजेपी विधायकों और मंत्रियों द्वारा लगातार मोहन सरकार को घेरने की कोशिशें जारी है। पिछले हफ्ते ही भाजपा विधायक चिंतामणि मालवीय ने मुख्यमंत्री के गृह शहर उज्जैन में सिंहस्थ क्षेत्र की किसानों की भूमि पर स्थायी अधिग्रहण कर साजिशपूर्ण तरीके से बिल्डरों और कॉलोनाइजरों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था।
इसे लेकर पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। लेकिन वह अपने बयान पर कायम हैं और माफी मांगने से इनकार कर दिया है। इसके पहले मऊगंज जिले के विधायक प्रदीप पटेल पुलिस अधीक्षक कार्यालय मऊगंज पहुंचकर गुंडों से रक्षा करने की बात कहते हुए एसपी और एडिशनल एसपी के सामने दंडवत हो गए थे।
भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने भी उस समय मऊगंज विधायक पटेल के शराब माफिया वाले बयान का समर्थन करते हुए एक्स पर लिखा था कि पूरी सरकार ही शराब ठेकेदारों के आगे दंडवत है। उधर, पूर्व मंत्री व विधायक भूपेंद्र सिंह भी मोहन सरकार पर समय-समय पर हमला बोलते रहे हैं।