रायसेन। मध्य प्रदेश में छुआछूत आज भी गहरी जड़ें जमाए बैठी है। रायसेन जिले से एक ऐसा ही शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां एक युवक को सिर्फ इसलिए सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ा क्योंकि उसने दलित परिवार के यहां भोजन किया। पंचायत ने इस मामले में बाकायदा फरमान जारी किया है। कथित उच्च जाति दबंगों की घृणित मानसिकता ने युवक और परिवार का जीना मुश्किल कर दिया है।
यहां मामला उदयपुरा विधानसभा का है जो कि स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का निर्वाचन क्षेत्र है। यहां ग्राम पंचायत पिपलिया पुआरिया निवासी भरत राज धाकड़ का अपराध सिर्फ इतना था कि उसने एक दलित परिवार के घर खाना कर लिया। पंचायत को जब इस बात की खबर लगी तो युवक का सामाजिक बहिष्कार कर दिया गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पंचायत ने दलित के घर भोजन करने के लिए भरत राज धाकड़ परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया है और ‘शुद्धिकरण' के लिए गंगाजल पूजा और पूरे गांव को भोज कराने का फरमान सुनाया है। दिलचस्प यह है कि क्षेत्रीय विधायक और मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कुछ दिनों पहले ही एक दलित परिवार के घर भोजन कर समरसता का संदेश दिया था। लेकिन उनके नाक के नीचे आम लोगों को सामाजिक बहिष्कार झेलना पड़ रहा है।
पंचायत के अजीबोगरीब फरमान के खिलाफ पीड़ित जिला कलेक्टर ऑफिस पहुंचा। पीड़ित युवक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता भी है। उसने जिला कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा से आपबीती सुनाई। कलेक्टर ने पंचायत के फैसलों पर एतराज जताते हुए कहा कि सामाजिक कुरीतियों को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।