भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का आज पांचवां दिन है। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भी कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में खाद संकट को लेकर प्रदर्शन किया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को खाद की जगह नैनो यूरिया थमा रही है। वहीं, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा खाद का किसी भी तरह का संकट नहीं है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है।
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कृषि विभाग में अधिकारियों द्वारा कार खरीदने को लेकर आई कैग की रिपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार में बैठे नेताओं एवं अधिकारियों को किसानों से मतलब नहीं है। किसानों को खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है, मगर सरकार की प्राथमिकता में अधिकारी हैं। 22 वर्षों में भाजपा सरकार खाद की वितरण प्रणाली नहीं सुधार पाई है।।हर सीजन में किसानों को खाद को लेकर परेशानी है। किसान खाद के लिए रात रात भर लाइनों में लगा हुआ है। किसानों पर एफआईआर की जा रही है। मप्र के किसानों को डबल इंजन सरकार का कोई फायदा नहीं मिल रहा।
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विभागीय सवाल का जवाब देने मंत्री विजय शाह भी पहुंचे। शाह को देखकर विपक्ष के विधायक भड़क गए और 'विजय शाह इस्तीफा दो' के नारे लगाने लगे। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों में बहस हो गई। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। बाहर आए कांग्रेस विधायकों ने परिसर में भी नारेबाजी जारी रखी। सदन की कार्यवाही भी बाद में दोपहर 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बाद मंत्री विजय शाह सदन से निकले और गैलरी में जाते हुए दिखे। लेकिन कुछ पूछने पर उन्होंने बोलने से इनकार कर दिया। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि आज मंत्री विजय शाह बहाने से विधानसभा में जवाब देने आए थे। जिस व्यक्ति को पद पर रहने का अधिकार नहीं है, वो जवाब देने कैसे आ सकता है। कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने कहा की सेना का अपमान करने वाले मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।