आवन। मध्य प्रदेश के राघौगढ़ क्षेत्र में स्थित ग्राम आवन बड़े वैदिक सम्मेलन का साक्षी बनने जा रहा है। यहां आचार्य वाचस्पति शुक्ल संस्कृत वेद पाठशाला की ओर से त्रिदिवसीय वैदिक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में देशभर के वेदाचार्य, प्रोफेसर, संत-महात्मा एवं विभिन्न संस्कृत विश्वविद्यालयों के विद्वान शामिल होंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा सनातन संस्कृति के संरक्षण और वेद के प्रचार-प्रसार के लिए संचालित आचार्य वाचस्पति शुक्ल संस्कृत वेद पाठशाला इस कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। दरअसल, दिग्विजय सिंह आवन स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, और यही ट्रस्ट आचार्य वाचस्पति शुक्ल संस्कृत वेद पाठशाला का संचालन करता है।

श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर और वेद पाठशाला के तत्वावधान में आवन में 15 से 17 नवंबर तक इस तीन दिवसीय वैदिक सम्मेलन का आयोजन होगा। आयोजन समिति से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का आगमन शुक्रवार शाम को आवन में होगा। वे 15 और 16 नवंबर को होने वाले प्रमुख सत्रों में मौजूद रहेंगे और उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता भी करेंगे। साथ ही वे सम्मेलन के विभिन्न सत्रों, वेद संदेश यात्रा, वेद व्याख्यान तथा संतों के आशीर्वचन कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

कार्यक्रम के अनुसार 15 नवंबर (शनिवार) को वेद संदेश यात्रा, छात्रावास भवन लोकार्पण और उद्घाटन सत्र होगा। 16 नवंबर (रविवार) को चतुर्वेद पारायणम्, वेद विषयक व्याख्यान और विराट कवि सम्मेलन आयोजित होंगे। 17 नवंबर (सोमवार) को पादुका पूजन और समापन समारोह होगा। राघौगढ़ विधायक जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारी सनातन परंपरा और वैदिक संस्कृति का जीवंत उदाहरण भी बनेगा।

उन्होंने बताया कि ग्राम आवन और आसपास के क्षेत्रों में इस आयोजन को लेकर उत्साह का माहौल है। स्थानीय ग्रामीण, विद्यार्थी एवं स्वयंसेवक मिलकर कार्यक्रम की तैयारियों में जुटे हैं। श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है और सम्मेलन के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की जा रही हैं।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के संरक्षण में चलने वाली राघौगढ़ की आचार्य वाचस्पति शुक्ल संस्कृत वेद पाठशाला को उत्कृष्टता में देशभर में द्वितीय स्थान प्राप्त है। दिग्विजय सिंह के कुशल मार्गदर्शन और संरक्षण में इस वेद संस्थान ने नए-नए कीर्तिमान रचे हैं। विगत कई वर्षों से यह पाठशाला लगातार राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर रही है।