दिल्ली। CBSE की 12वीं बोर्ड परीक्षा कब होगी यह जानने के लिए स्टूडेंट्स को और इंतजार करना होगा। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान केंद्र ने तीन जून तक का समय मांगा है। अब केंद्र सरकार तीन जून के अपना प्लान कोर्ट को बताएगी। सोमवार को CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर लगी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। केंद्र की ओर से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि केंद्र सरकार दो दिनों में ICSE और CBSE 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षाएं लेने या नहीं लेने का आखिरी निर्णय लेगी।

 सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की बेंच ने वर्चुअल सुनवाई कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट की बेंच का कहना है कि सरकार अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन याचिकाकर्ता ने CBSE बोर्ड के पिछले साल की परीक्षा नीति के अनुसार ही आशा की है। अगर सरकार पिछले वर्ष के निर्णय से हटती है तो इसके लिए उसे उचित कारण बताना होगी। सरकार द्वारा दिए गए कारणों का परिक्षण कोर्ट द्वारा किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस खानविलकर ने कहा, 'छात्रों को बहुत उम्मीद थी कि इस साल भी पिछले साल की तरह परीक्षा नहीं होगी और नंबंरिंग के लिए मेथड सिस्टम अपनाया जाएगा।

दरअसल केंद्र सरकार CBSE की 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर 1 जून तक फैसला करने वाली थी। लेकिन अब केंद्र ने तीन जून तक मामला टाल दिया है। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अब तक दो बार बैठकें हुई हैं। बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का मांग उठने लगी है। वहीं परीक्षाओं को कब और कैसे संचालित किया जाना है इस पर विचार मंथन चल रहा है। देश में कोरोना की तीसरी लहर का असर बच्चों पर होने की आशंका के चलते सरकार कोई भी फैसला पूरी जांच पड़ताल के बाद लेना चाहती है।

दरअसल अधिवक्ता ममता शर्मा ने याचिका लगाकर 12वी क्लास  की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की थी। अब मामले की अगली सुनवाई 3 जून तक टल गई है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 28 मई को याचिका को 31 मई तक के लिए स्थगित कर दिया था। 

CBSE और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की बैठक एक जून को होने वाली है। माना जा रहा है कि इस बैठक में कोई फैसला हो सकता है। पहले की बैठकों में CBSE ने 2 परीक्षा को लेकर आप्शन्स रखे थे।