गुजरात। देश भर में फैले कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए गुजरात सरकार ने छात्रों के हित मे बड़ा फैसला लिया है। सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के बाद अब गुजरात शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का ऐलान किया है। राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने ये जानकारी दी है। गुजरात में कुल 6 लाख 92 हजार छात्र 12वीं कक्षा में है।  केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई  12वीं बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का ऐलान किए जाने के बाद राज्य सरकार का यह निर्णय छात्रों के हित मे देखा जा रहा है।


बता दें, एक दिन पहले ही सीआईएससीई ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए इस साल 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय किया है। सीबीएसई परीक्षाओं का रद्द करने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक के दौरान लिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों के हित में यह निर्णय किया गया है और छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की चिंताओं का अंत किया जाना जरूरी है। सीआईएससीई ने पिछले हफ्ते स्कूलों से छात्रों के 11वीं कक्षा और इस सत्र के दौरान 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों का औसत मुहैया कराने के लिए कहा था।


ज्ञात हो गुजरात सरकार ने 10वीं कक्षा के छात्रों को पहले ही प्रोमोशन दे दिया था। ऐसे में अब 12 बोर्ड परीक्षा को लेकर कशमकश जारी थी। ऐसे में कैबिनट की बैठक में 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने में सहमति बनी।

कोरोना के संकट के कारण कई राज्य सरकारों ने एग्जाम कैंसिल करने की अपील की थी। अब जब सीबीएसई जैसी बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। ऐसे में राज्य सरकारें अपने स्थानीय बोर्ड पर फैसला कर रही हैं।