पटना। बिहार के विकास के फ़र्ज़ी दावों की पोल ख़ुद बिहार सरकार में शामिल बीजेपी के एक विज्ञापन ने खोल दी है। बीजेपी के इस विज्ञापन को पार्टी के विधायक और बिहार सरकार के नगरीय विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर शेयर किया है। इस विज्ञापन में एक शानदार और रौशनी से जगमगाते फ्लाईओवर की तस्वीर दी है। साथ ही लिखा है, जगमगा रही है मुज़फ़्फ़रपुर की सड़कें। मुज़फ़्फ़रपुर में कुल 17554 स्ट्रीट लाइट्स अधिष्ठापित किए जा चुके हैं। काम हुआ है, काम करेंगे। विज्ञापन में सुरेश कुमार शर्मा के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी लगी हुई है। सुरेश शर्मा ने इस विज्ञापन को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है - काम किया है, काम करेंगे, मुज़फ़्फ़रपुर का विकास करेंगे।





तस्वीर हैदराबाद की, दावा मुजफ्फरपुर के विकास का



ये विज्ञापन और उसमें किया गया दावा पहली नज़र में भले ही बड़ा अच्छा लगे, लेकिन इसकी हक़ीक़त बेहद शर्मनाक है। अब ये सच सामने आ चुका है कि न तो इस विज्ञापन में दिखाई गई सड़क मुज़फ़्फ़रपुर की है और न ही उस पर जगमगाती स्ट्रीट लाइट्स। ये तस्वीर मुज़फ़्फ़रपुर तो क्या, पूरे बिहार के किसी कोने की नहीं है। बीजेपी और उसके मंत्री जिसे मुज़फ़्फ़रपुर की जगमगाती सड़क बताकर विकास का दावा कर रहे हैं, दरअसल वो हैदराबाद के बैरमलगुडा जंक्शन का लाईओवर है जिसका उद्घाटन हाल कुछ महीने पहले ही में हुआ है।  तेलंगाना सरकार में शहरी विकास मंत्री केटीआर ने इसी साल 9 अगस्त को अपने ट्विटर हैंडल पर हैदराबाद के इस  फ्लाईओवर के उद्घाटन का ज़िक्र करते हुए जो तस्वीरें शेयर की हैं, उनमें वो फ़ोटो भी शामिल है, जिसे बीजेपी ने बिहार के अपने विज्ञापन में इस्तेमाल किया है। हिंदी अख़बार दैनिक भास्कर ने भी अपनी पड़ताल में इस फ़ोटो और विज्ञापन में किए गए दावों के फ़र्ज़ी होने की बात कही है।





असल में कैसा है मुज़फ्फरपुर का फ्लाईओवर



अब हम आपको दिखाते हैं मुज़फ़्फ़रनगर के उस फ्लाईओवर की असली तस्वीर, जिसके जगमगाने का दावा करते हुए बिहार के मंत्री हैदराबाद की फ़ोटो दिखाकर लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहे थे।





सुरेश शर्मा जिस फ्लाईओवर के जगमगाने का दावा कर रहे हैं, उसकी वास्तविक तस्वीर यह है।



इसमें न तो फ़्लाइओवर उतना बढ़िया लग रहा है और न ही उस स्ट्रीट लाइट्स जगमगा रही हैं। हैरानी की बात यह भी है कि बीजेपी के मंत्री जी मुज़फ़्फ़रपुर के जिस फ्लाईओवर की ग़लत तस्वीर लोगों को दिखा रहे हैं, वह मुज़फ़्फ़रपुर में उनके अपने घर से मुश्किल से 200 मीटर दूर होगा।



ज़ाहिर है कि मंत्री जी ने हैदराबाद की तस्वीर दिखाकर मुज़फ़्फ़रपुर के विकास का दावा बिहार चुनाव में मतदाताओं को भरमाने के लिए किया होगा, लेकिन अब सच्चाई सामने के बाद उनकी फ़ज़ीहत हो रही है। यहाँ तक कि कई ट्विटर यूज़र्स भी मंत्री जी के ट्विटर पोस्ट के नीचे कमेंट करके उनकी खिंचाई कर रहे हैं। बिहार के नगरीय विकास मंत्री होने के नाते अगर उन्होंने सचमुच विकास के लिए काम किया होता तो न तो झूठी तस्वीरें दिखाने की ज़रूरत होती और न पोल खुलने पर इस तरह उनकी किरकिरी होती।