रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल में विपक्ष ने विभागीय भर्ती परीक्षा में अनियमितता का मुद्दा उठाया तो वहीं शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेश में खाद-बीज संकट पर सरकार को घेरा। खाद संकट को लेकर दोनों ही पार्टियों के बीच जमकर बहसबाजी चली।
शून्यकाल में मंत्री चरणदास महंत ने खाद-संकट पर सवाल उठते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में खाद की लंबे समय से भारी किल्लत देखने को मिल रही है। सभी किसान इससे परेशान है। इसका समाधान कब मिलेगा। इस मुद्दे पर हमारा स्थगन स्वीकार कर चर्चा कराई जाए। वहीं, बूपेश बघेल ने कहा कि खाद संकट से किसान बेबस है सरकार खाद उपलब्ध कराने में नाकाम है। इससे किसान बाहर से खाघ-बीज खरीदने के लिए निर्भर है।
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भूपेश बघेल ने खाद विक्रय में कालाबाजारी के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि 1300 रुपए का डीएपी बाजार में 21 सौ में मिल रहा। बघेल ने आरोप लगाया कि धान उत्पादन कम करने सरकार खाद रोक रही है। बाजारों में अमानक बीज मिल रहे हैं। इस पर बहस के बाद विपक्ष ने वॉक आउट किया और सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने भी कहा कि खेती की शुरुआत के लिए खाद बेहद जरूरी है। उत्पादन कम करने के लिए सरकार जान बूझकर DAP को रोक रही है। कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि सरकार किसानों को उर्वरकों के संतुलित उपयोग के लिए जागरूक कर रही है। साथ ही वैकल्पिक खाद की भी जानकारी प्रशिक्षण के जरिए दी जा रही है। उन्होंने तर्क दिया कि वैश्विक कारणों से रासायनिक खाघ की पूर्ति प्रभावित हुई है।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही सक्ती रियासत के राजा और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र बहादुर सिंह के निधन पर शोक जताया गया। दोनों दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद सभा की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित की गई थी।