नई दिल्ली। कोरोना के ब्रिटिश वैरिएंट के बाद अब भारत में इस महामारी के दक्षिण अफ्रीकी और ब्राजील के वैरिएंट की भी पुष्टि हो गई है। भारत में चार लोगों में दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट की पुष्टि हुई है जबकि एक व्यक्ति में ब्राजील वैरिएंट की पुष्टि हुई है। इन सभी मामलों की पुष्टि फरवरी के पहले हफ्ते में हुई है। इसकी जानकारी खुद आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने दी है। 

बलराम भार्गव ने बताया है कि फरवरी के पहले हफ्ते में SAS-CoV-2 के बारे में पता चला है। भारत में दक्षिण अफ्रीका के वैरिएंट के कुल चार मामले सामने आए हैं। ये वो लोग हैं जो अंगोलिया (1), तंजानिया (1) और दक्षिण अफ्रीका (2) से भारत आए थे। बलराम भार्गव ने बताया कि जिन लोगों में नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है उन्हें समेत उनके संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। 

दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट अब तक अमेरिका समेत कुल 44 देशों में फैल चुका है। जबकि ब्राजिलाई वैरिएंट 15 देशों में फैला है। बलराम भार्गव ने बताया कि इसके प्रसार को रोकने के लिए तमाम ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें विमानन मंत्रालय ने भी पैनी नज़र बना रखी है। 

ब्राज़ील और अफ्रीकी वैरिएंट से पहले यूके के वैरिएंट ने तहलका मचाया था। भारत में अब तक यूके के वैरिएंट के कुल 187 मामले आए हैं। हालांकि यूके वैरिएंट से देश में अब तक किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। यूके वैरिएंट अब तक कुल 82 देशों में फैल चुका है।