दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बारे में एक नई गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें सरकार का दावा है कि अब ऐसा कठिन समय आ गया है कि जब लोगों को अपने घरों में रहते हुए भी मास्क पहनने की जरूरत है। देश में कोरोना कि स्थिति के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस वार्ता की। जिसमें नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि ‘अब समय आ गया है कि आपको घर में भी मास्के पहनने की जरूरत है’। उन्होंने कहा कि अगर घर में किसी व्यक्ति में कोरोना के हल्के लक्षण दिखते हैं, लेकिन रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि नहीं होती है, तो भी कुछ समय के लिए क्वारंटीन में रहने की जरूरत है, अगर घर में कोई कोरोना पॉजिटिव है तो यह मान लेना चाहिए की आप भी संक्रमित हैं, इसलिए जरूरी है कि घर पर भी मास्क पहना जाए।

साथ ही उन्होंने आईआईटी के वैज्ञानिकों के गणितीय मॉडल के आधार पर लगाए अनुमान के बारे में कहा कि देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर मई के दूसरे-तीसरे हफ्ते में अपने चरम पर होगी। मई के आखिर तक कोरोना मामलों में तेजी से कमी आएगी। आईआईटी कानपुर और हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने एप्लाइड दसससेक्टिबल, अनडिटेक्ड, टेस्टड (पॉजिटिव) ऐंड रिमूव एप्रोच मॉडल के आधार पर बताया है कि कोरोना के मामलों में कमी आने से पहले मई के मध्य में एक्टिव मरीजों की संख्या में 10 लाख की बढ़ोतरी की संभावना है। वहीं इसी तरह की रफ्तार रही तो 4 से 8 मई के बीच यह संख्या 4.4 लाख हो सकती है।

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गौरतलब है कि देश में बीते तीन दिनों में दस लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले आये हैं। वहीं बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के साढ़े तीन लाख से ज्यादा मरीज मिले हैं। कुल 2812 मरीजों की मौत हुई है। वहीं 24 घंटे में 2 लाख 19 हजार से मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। देश में वर्तमान समय में 28 लाख 13 हजार से ज्यादा एक्टिव मरीज हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देश में हर मिनट में 243 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में सलाह दी जा रही है कि यदि किसी के  घर कोई संदिग्ध मरीज है तो घर में भी मास्क पहनने की जरूरत है।

वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल का कहना है कि देश में रिकवरी रेट काफी अच्छा है। 82 प्रतिशत कोरोना के मरीज रिकवर हो गए हैं। देश में करीब 16.25 प्रतिशत याने 28,13,658 एक्टिव केस हैं। कई राज्यों में एक्टिव मरीजों की संख्या लगातार ज्यादा बनी हुई है। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात और तमिलनाडु में वर्तमान में 1-1 लाख से अधिक कोरोना के एक्टिव मरीज हैं।

केंद्र का दावा है कि राज्यों से बात करके उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही यह सलाह दी जा रही है कि अगर किसी को व्यक्ति में कोरोना के हल्के लक्षण दिखाई देते हैं तो बिना देरी के कोराना टेस्ट कराया जाए, रिपोर्ट आने तक आइसोलेट रहा जाएं। वहीं संयुक्त सचिव ने कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस केवल इंसानों में ही फैलता है। इसे रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना जारी रखना होगा।