नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति को अलग अलग वैक्सीन की डोज लगने के दर्जनों मामलों में नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। वीके पॉल ने कहा है कि प्रोटोकॉल के तहत एक व्यक्ति को एक ही वैक्सीन की दोनों खुराकें लगाई जानी चाहिए। लेकिन अपने ही बयान से पलटते हुए वीके पॉल ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को अलग अलग वैक्सीन की डोज दी जा रही है, तब भी चिंता की कोई बात नहीं है। 

वीके पॉल ने कहा है कि अलग अलग वैक्सीन की डोज लगाई जानी पूरी तरह से सुरक्षित है। इसमें कोई खतरा नहीं है। पॉल ने कहा कि सरकार खुद अलग अलग वैक्सीन की डोज लगाने का ट्रायल शुरू करने पर विचार कर रही है। वीके पॉल की तरफ से आए इस बयान से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। एक तरफ एक ही वैक्सीन की डोज लगाई जाने की बात की जा रही है, लेकिन सरकारी अधिकारी खुद अलग अलग वैक्सीन की डोज लगाई जाने पर कह रहे हैं कि चिंता की कोई बात नहीं है। 

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इसके साथ ही वैक्सीन की उपलब्धता के मसले पर वीके पॉल ने कहा है कि भारत सरकार वैक्सीन के लिए फाइजर से लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रही है। पॉल ने बताया कि फाइजर ने अगले महीने तक पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की उपलब्धता होने की बात कही है। पॉल के मुताबिक भारत में जुलाई की शुरुआत तक पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी। 

इस समय भारत के कई हिस्सों में वैक्सीन की किल्लत के कारण टीकाकरण रोकने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस स्थिति से निपटने के लिए पंजाब और दिल्ली सरकार वैक्सीन निर्माता कंपनियों से संपर्क भी किया लेकिन कंपनियों ने दोनों ही सरकार को यह कह कर वैक्सीन देने से इनकार कर दिया कि वे सीधे केंद्र सरकार के साथ ही डील करेंगी।