नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जिनके कार्यकाल में 6 मुस्लिम देशों पर बमबारी हुई, वो भारत पर टिप्पणी कर रहे है।
भारत की वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसे लोग भारत के ख़िलाफ़ जब आरोप लगाते हैं तो उन पर कौन भरोसा करेगा।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 20 जून को पहले स्टेट विजिट पर अमेरिका पहुँचे थे तो पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें निशाने पर लिया था। एक इंटरव्यू के दौरान ओबामा ने कहा था, 'अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक में भारतीय मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए। अगर मैं राष्ट्रपति होता और प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करता, तो मैं कहता कि अगर आप भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत अलग-थलग पड़ सकता है।'

ओबामा के इस बयान पर पलटवार करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, 'माननीय प्रधान मंत्री ने स्वयं अमेरिका में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि उनकी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' सिद्धांत पर काम करती है और किसी भी समुदाय के साथ भेदभाव नहीं करती है। मैं हैरान थी, जब पीएम मोदी अमेरिका में कैंपेन कर रहे थे तब अमेरिका के एक पूर्व राष्ट्रपति भारतीय मुसलमानों के बारे में बोल रहे हैं।'

वित्त मंत्री ने कहा, 'हम अमेरिका के साथ दोस्ती चाहते हैं लेकिन वहां से हमें भारत में धार्मिक स्वतंत्रता के बारे में टिप्पणियां मिलती हैं। एक पूर्व राष्ट्रपति - जिनके शासन में छह मुस्लिम-बहुल देशों पर 26,000 से अधिक बमबारी की गई थी, लोग उनके आरोपों पर कैसे भरोसा करेंगे? मैं इसे इस देश में माहौल खराब करने का जानबूझकर किया गया प्रयास मानती हूं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकासात्मक नीतियों के खिलाफ नहीं जीत सकते।'