बेंगलुरु। भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट कैरियर युद्धपोत INS विक्रमादित्य में आग लगने की खबर है। बताया जा रहा है कि आग लगने के बाद नौसेना ने तत्काल फायर फाइटिंग ऑपरेशन लॉन्च किया जिससे समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। नौसेना ने बताया है कि जहाज पर तैनात सभी कर्मी सुरक्षित हैं। आईएनएस विक्रमादित्य फिलहाल कर्नाटक के करवार हार्वर में खड़ी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएनएस विक्रमादित्य के सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में आग लगी थी। जहाज पर तैनात ड्यूटी स्टाफ ने जैसे ही कंपार्टमेंट में धुआं उठते देखा उसके बाद वरीय अधिकारियों को तत्काल की सूचना दी गई। इसके बाद आनन-फानन में फायर फाइटिंग ऑपरेशन लॉन्च कर आग पर काबू पा लिया है। इसके बाद इंडियन नेवी के प्रवक्ता ने बयान जारी कर बताया कि आग बुझा दी गई है और पोत में तैनात सभी कर्मी सुरक्षित हैं। नौसेना ने इस घटने की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। 

नौसेना ने इस मामले में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया, 'आठ मई को सुबह आईएनएस विक्रमादित्य पर आग लग गयी थी। ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट (नाविकों के लिए जहाज पर रहने वाली जगह) से धुआं निकलते हुए देखा। आग पर काबू पाने के लिए जहाज पर तैनात कर्मियों ने तत्काल आवश्यक कदम उठाए। आग लगने की इस घटना में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। इस हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं।'

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गौरतलब है कि युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य को भारतीय नौसेना ने साल 2013 में रूस से खरीदा था। साल 1987 में रूस ने इस युद्धपोत को बाकू नाम से तैयार किया था। साल 1996 तक इस जंगी जहाज ने सोवियत और रूसी नौसेना में अपनी सेवाएं दी। यह युद्धपोत काफी खर्चीला माना जाता है। इसका आकार तीन फुटबॉल मैदानों के बराबर है। इसमें कुल 22 डेक हैं जहां 1,600 कर्मी रह सकते हैं।