बेंगलुरु। वॉशिंगटन पोस्ट जैसे विश्व के मशहूर अखबारों और पत्रिकाओं की नियमित कॉलमनिस्ट व पत्रकार राणा अय्यूब के खिलाफ बीजेपी शासित कर्नाटक में FIR दर्ज की है। कर्नाटक पुलिस ने हिंदू आईटी सेल की शिकायत पर मामला दर्ज किया है, जिसमें राणा अय्यूब को भावनाएं आहत करने का आरोपी बनाया गया है। राणा अय्यूब ने उपद्रवियों को आतंकी कहकर संबोधित किया था।



दरअसल, यह पूरा मामला कर्नाटक हिजाब विवाद से जुड़ा हुआ है। जब कर्नाटक में हिजाब विवाद को लेकर देश-विदेश में चर्चाएं चल रही थी, तब राणा अय्यूब ने बीबीसी को एक इंटरव्यू दिया था। हिजाब को लेकर पूछने पर राणा अय्यूब ने कहा था कि, 'लड़कियां बहुत लंबे समय से हिजाब पहन रही हैं, यह कोई पहली बार नहीं है। अचानक इस मामले के लिए हिंदू आतंकवादियों का यह समूह कर्नाटक के एक शिक्षा परिसर में भगवा झंडा फहरा रहा है? एक शिक्षण संस्थान में छात्र भगवा झंडा क्यों फहरा रहे हैं? इसका क्या मतलब है?'



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हिंदू आईटी सेल ने इसी इंटरव्यू के आधार पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। हिंदू आईटी सेल ने पुलिस से एंटी इंडिया एलीमेंट राणा अयूब के खिलाफ इंडियन पीनल कोड की धारा 124A (देशद्रोह), 153A (शत्रुता पैदा करना), 295A, 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण प्रयास) और 504 ( हिंदू समुदाय का जानबूझकर अपमान) समेत कई अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज करने का अनुरोध किया था।



रिपोर्ट्स के मुताबिक राणा के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य करने के आरोप में दंड संहिता 295A के तहत पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इससे पहले राणा अय्यूब के खिलाफ हिजाब मामले में मुंबई के बांद्रा थाने में भी मुकदमा दर्ज किया गया था। ताजा FIR को लेकर राणा अय्यूब ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इससे हम सच्चाई बोलना नहीं छोड़ेंगे।





बता दें कि राणा अय्यूब केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रही हैं और इसी वजह से अक्सर उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं। हाल ही में उनके खिलाफ ईडी ने भी कार्रवाई की थी। महिला पत्रकार के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी ईडी की कार्रवाई को लोग स्वतंत्र आवाजों को दबाने के लिए सरकार का हथकंडा करार दे रहे थे।