नई दिल्ली। किसानों के मुद्दे पर विपक्ष के हमलावर रुख के बीच केंद्र सरकार ने लोकसभा में कृषि कानून वापसी बिल को पास करवा दिया है। हालांकि, सरकार कानून वापसी के दौरान बहस के लिए तैयार नहीं हो रही है, जबकि विपक्ष चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है। सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस हो रही है।

सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने संसद के बाहर धरना दिया। इस प्रदर्शन से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट में लिखा कि, 'आज संसद में अन्नदाता के नाम का सूरज उगाना है।' राहुल के इस ट्वीट से ही साफ हो गया था कि विपक्षी दल किसानों के मुद्दे पर व्यापक चर्चा करना चाहते हैं।

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उधर संसद शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भी पत्रकारों को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान कहा कि हमारी सरकार संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सभी सवालों के जवाब देने के लिए तैयार है। हमें संसद में बहस करनी चाहिए लेकिन सदन की गरिमा भी बनाए रखनी चाहिए। हम चाहते हैं कि संसद में सरकार की नीतियों के खिलाफ जितनी आवाज प्रखर होनी चाहिए हो, लेकिन संसद की गरिमा, स्पीकर की गरिमा के विषय में हमें वो आचरण करना चहिए जो आने वाले दिनों में देश की युवा पीढ़ी के काम आए।

गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र आज से ही शुरू हुआ है। किसान आंदोलन को देखते हुए केंद्र ने आज ही कृषि कानून निरसन विधेयक-2021 को लोकसभा में विचार किये जाने और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किया था। माना जा रहा है कि केंद्र इसमें जरा भी देर नहीं चाहती थी। सरकार का मंशा यह था कि जल्दी से तीनों कानून वापस हो ताकि इसपर विपक्ष को कोई डिबेट का मौका न मिले।