शीतकालीन सत्र का पहला दिन आज, संसद में हंगामे के आसार, जानें किन मुद्दों पर है तकरार

शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए विधेयक पेश होगा, इस सत्र में क्रिप्टो करेंसी से लेकर कई अन्य विधेयकों को पारित कराया जाएगा

Updated: Nov 29, 2021, 07:11 AM IST

नई दिल्ली। संसद का 25 दिवसीय शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। इस पूरे सत्र में कृषि कानूनों को रद्द करने के अलावा 36 विधेयकों को पारित कराए जाने की संभावना है। विपक्ष का रुख देखते हुए माना जा रहा है कि शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार होने वाला है। 

दरअसल, कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद विपक्ष और आक्रामक हो गया है। विपक्षी दल सदन में अब एमएसपी की गारंटी का मुद्दा उठाने वाले हैं। जबकि, सरकार सिर्फ कमेटी बनाकर इसे टालने की कोशिशें कर रही है। इसके अलावा बिजली बिल का ड्राफ्ट वापस लेने, किसान आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमा वापस लेने, लखीमपुर कांड में मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने समेत अन्य मांगों को लेकर विपक्ष सदन में हंगामा खड़ा कर सकता है।

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साथ ही माना जा रहा है कि किसानों से संबंधित मुद्दों के अलावा अन्य मसलों पर भी जमकर बहस होगी। मसलन बढ़ती महंगाई, पेगासस जासूसी कांड और कोरोना मृतकों को मुआवजा समेत अन्य कई मुद्दों पर सरकार के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल सकता है। इस सत्र में कई अन्‍य महत्‍वपूर्ण बिलों विधेयकों को भी पारित कराया जाएगा। इनमें क्रिप्‍टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक भी शामिल है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए थे इस पर भी तकरार जारी है। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे प्रधानमंत्री के शामिल होने की उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने कहा यह भी कहा कि हम कृषि कानूनों के बारे में और पूछना चाहते थे क्योंकि आशंकाएं हैं कि ये तीन कानून फिर से किसी और रूप में आ सकते हैं। उधर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी कहा की प्रधानमंत्री की सर्वदलीय बैठक में शामिल होने की कोई परंपरा नहीं थी। इसकी शुरुआत मोदीजी ने की थी।