आइजोल। मिजोरम की सभी 40 विधानसभा सीटों पर मंगलवार सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है। राज्य के मुख्यमंत्री जोरमथंगा सुबह वेंगलाई-आई YMA हॉल में बने पॉलिंग स्टेशन पर वोट डालने पहुंचे, लेकिन EVM खराब होने की वजह से वो वोटिंग नहीं कर पाए। हालांकि उन्होंने कहा कि मैं दोबारा वोट डालने आऊंगा।

मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी। उनकी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) राज्य में बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाएगी। हमारा BJP से कोई गठबंधन नहीं है। केंद्र में हम NDA के साथ हैं लेकिन राज्य में हम अकेले हैं।

मिजोरम कांग्रेस प्रमुख लालसावता ने आइजोल के वेंगथलांग में एक मतदान केंद्र में वोट डाला। लालसावता ने दावा किया कि हम सरकार बना सकते हैं। हम 22 सीट जीतने जा रहे हैं। गर्वनर हरि बाबू कंभमपति ने आइजोल साउथ-II में सुबह 8:15 बजे वोटिंग की।

मिजोरम में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (MNF), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) और कांग्रेस के बीच है। इस बार कुल 174 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) और कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि बीजेपी सिर्फ 21 और 73 निर्दलीय या अन्य दलों के प्रत्याशी हैं। 2018 में कांग्रेस को हराकर MNF ने 10 साल बाद सत्ता हासिल की थी।

स्टेट इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, राज्य में 1,276 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 30 केंद्र संवेदनशील हैं। सुरक्षा के लिए सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की 50 कंपनियां तैनात की गई हैं। राज्य की थोरांग सीट पर सबसे कम 14 हजार 924 वोटर हैं, जबकि तुइचावंग सीट पर सबसे ज्यादा 36 हजार 41 वोटर हैं।