नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव के तीन चरण संपन्न हो चुकी है। पहले चरण के बाद से ही पीएम मोदी द्वारा सांप्रदायिक बयानबाजी का दौर भी जारी है। कांग्रेस ने इसे लेकर कहा कि PM मोदी को हार का अनुमान हो चुका है। इसलिए अब वो अपनी ही परछाई से भी डर रहे हैं। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने चुनावी बांड्स को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर इन मामलों की जांच कराई जाएगी।

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'ज़मीनी स्थिति इतनी गड़बड़ाई हुई है कि हम दो हमारे दो के पप्पा अपनी ख़ुद की संतानों का बलिदान कर रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा, 'जिस व्यक्ति ने अपनी पार्टी के लिए 8,200 करोड़ रुपए का चंदा इकट्ठा किया- इतना भयंकर घोटाला किया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे असंवैधानिक घोषित किया- वो आज दूसरों पर आरोप लगा रहा है।

जयराम रमेश ने लिखा कि याद रखें कि अपने चार रास्ते द्वारा प्रधानमंत्री ने अपनी पार्टी के निजी स्वार्थ और सत्ता-लोभ के लिए 4 लाख करोड़ रुपए का ठेका और लाइसेंस दिया था। अगर आज भारत में ऐसी स्थिति है कि 21 अरबपतियों के पास इतना धन है जितना कि 70 करोड़ भारतीयों के पास है, तो यह प्रधानमंत्री के नियत और नीति का ही परिणाम है। जाहिर सी बात है कि इस 21 में "हमारे दो" की बहुत ही अहम भूमिका है।

जयराम रमेश ने लिखा, '28 जनवरी 2023 से कांग्रेस ने बार-बार मोदानी घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन करने की मांग की है। चुनाव प्रचार शुरू होने के बाद भी हमने इस मांग को दोहराया है 23 अप्रैल, 2024 और सिर्फ पांच दिन पहले, 3 मई, 2024 को भी हमने इसे दोहराया है। 3 अप्रैल 2024 से, राहुल गांधी ने अपने भाषणों में 103 बार अडानी और 30 से अधिक बार अंबानी का जिक्र किया है। मोदानी घोटाला कम से कम 2 लाख करोड़ रुपए का है। 4 जून, 2024 को इंडिया गठबंधन के सत्ता में आने के बाद जेपीसी अवश्य गठित होगी।'