मुंबई। देश की मायानगरी कही जाने वाली मुंबई पर प्रकृति की माया बरस रही है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में लगातार भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। मुंबई में बुधवार से ही लगातार तेज़ बारिश हो रही है, जिस वजह से शहर का आम जन जीवन ठप पड़ गया है। 



शहर का जन जीवन इतना अस्त व्यस्त हो चुका है कि गाडियां जल जमाव होने की वजह से फंस चुकी हैं। मुंबई के कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया है। ट्रेनें भी फंसी पड़ी हैं। एनडीआरएफ की टीम लगातार राहत कार्य में जुटी हुई है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री से बुधवार शाम बात कर राज्य को हर संभव मदद देने का वादा किया है। 





एक तरफ मुंबई जहां कोरोना से लड़ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बारिश के कहर ने मुंबई को अपनी चपेट में ले लिया है। हालात बद से बदतर हो रहे हैं, बदतर हालात की बानगी यह है कि मुंबई के भाईंदर पूर्व में बने प्रमोद महाजन कोविड हेल्थ सेंटर में भी पानी घुस गया है। मुख्यमंत्री ने दो दिन पहले ही इस सेंटर का उद्घाटन किया था। लेकिन पानी के घुस जाने से प्रशासन की व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।



एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात 

बारिश को देखते हुए मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में एनडीआरएफ की कुल 16 टीमें तैनात की गई हैं। 5 टीमें मुंबई में, 4 टीमें कोल्हापुर, 2 टीमें सांगली, एक-एक टीम सतारा, ठाणे, पालघर, नागपुर और रायगढ़ में तैनात की गई है। 



सबसे ज़्यादा बारिश कोलाबा में 



मुंबई में बुधवार को मूसलाधार बारिश हुई, लेकिन सबसे ज़्यादा बारिश मुंबई के कोलाबा में हुई है। लिहाज़ा सबसे ज़्यादा जन जीवन कोलाबा में ही अस्त व्यस्त है। कोलाबा में 46 वर्षों बाद अगस्त महीने में किन्हीं बारह घंटों में इतनी ज़्यादा बारिश हुई है। बुधवार को मुंबई में 294 एमएम बारिश हुई, जबकि इससे पहले 1974 में कोलाबा में 262 एमएम बारिश हुई थी।