उज्जैन| शहर में बजाज फिनसर्व में काम करने वाले एक कर्मचारी ने ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान क्रेडिट कार्ड धारकों से धोखाधड़ी कर 10 लाख रुपए हड़प लिए। आरोपी यांशु शर्मा ने OTT पर क्राइम मूवी देखकर ठगी का तरीका सीखा और फिर दुकानदार, मजदूर, ऑटो ड्राइवर, सरकारी कॉलेज के कर्मचारी, पुलिस अधिकारी समेत कई लोगों को अपना शिकार बनाया।
राज्य साइबर सेल की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने कार्डधारकों से ई-केवाईसी के नाम पर उनका कार्ड नंबर, सीवीवी और एक्सपायरी डेट हासिल कर ली। कार्डधारकों के मोबाइल फोन भी उसके पास होते थे, जिससे वह आसानी से ओटीपी प्राप्त कर ट्रांजेक्शन कर लेता था। खास बात यह रही कि इस पूरे घटनाक्रम में न तो पीड़ितों के मोबाइल पर कोई संदिग्ध कॉल आई, न ही किसी ऐप को इंस्टॉल किया गया।
यह भी पढ़ें: जातिगत आंकड़ों के बिना योजनाएं अधूरी, केंद्र की पहल को कांग्रेस ने बताया राहुल गांधी की जीत
जब लगातार क्रेडिट कार्ड से अवैध ट्रांजेक्शन की शिकायतें आईं तो बजाज फिनसर्व के अधिकारी सौरभ धाकड़ ने राज्य साइबर सेल में मामला दर्ज कराया। जांच के बाद आरोपी यांशु शर्मा को इंदौर रोड स्थित त्रिवेणी हिल्स कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने धोखाधड़ी की राशि अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के बैंक खातों में ट्रांसफर की।
आरोपी ने पॉलिटेक्निक कॉलेज के इंस्ट्रक्टर, बीज निगम के अधिकारी, अस्पताल के कर्मचारी, किराना दुकान संचालक, ईंट भट्ठे के मजदूर और शासकीय कर्मचारी समेत दर्जनों लोगों के साथ ठगी की थी।