मुंबई। वित्त वर्ष 2025-26 के पहले कारोबारी दिन यानी मंगलवार 1 अप्रैल को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारतीय बाजार लाल निशान में खुले। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 639.13 अंक गिरकर 76,775.79 तक पहुंच गया, जबकि निफ्टी 180.25 अंक टूटकर 23,339.10 पर आ गया था।
शुरुआती कारोबार के बाद बाजार में बिकवाली तेज हो गई। इसके बाद सेंसेक्स 1,300 अंक (1.7%) से ज्यादा की गिरावट के साथ 76,100 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी करीब 350 अंक (1.5%) की गिरावट है, यह 23,200 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
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सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 28 में गिरावट है। IT और बैंकिंग शेयर्स में ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है। इंफोसिस, TCS और HCL टेक के शेयर में 2% तक की गिरावट है। निफ्टी के 50 शेयरों में से 38 में गिरावट है। एशियाई बाजारों में जापान के निक्केई में 0.58%, हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 0.96% और चीन के शंघाई कम्पोजिट में 0.43% की तेजी है।
शेयर बाजार में गिरावट की वजह 2 अप्रैल से अमेरिका द्वारा अपने ट्रेडिंग पार्टनर देशों पर लगाए जाने वाले जवाबी टैरिफ को माना जा रहा है। दरअसल, अमेरिका कल से भारतीय प्रोडक्ट्स पर 100% टैरिफ लगा सकता है। पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि भारत हमसे 100% से ज्यादा टैरिफ वसूलता है, हम भी अगले महीने से ऐसा ही करने जा रहे हैं।