नई दिल्ली। देश भर के पेंशनधारियों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। पेंशनधारी अब अपने पीपीओ यानी पेंशन पेमेंट ऑर्डर को डिजिलॉकर में संग्रहित कर सकेंगे। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बुधवार को सामने आए एक आधिकारिक बयान के मुताबिक अब केंद्रीय नागरिक पेंशनधारियों द्वारा अपने  पीपीओ को डिजिलॉकर में संग्रहित किया जा सकेगा।  
   
पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DoPPW) की नज़र कई ऐसे पेंशनभोगियों पर पड़ी थीं, जिनकी पीपीओ की मूलप्रतियाँ खो गई थीं। पीपीओ एक पेंशनधारी के लिए सबसे ज़रूरी दस्तावेज़ होता है। ऐसे में ज़ाहिर है कि पीपीओ के डिजिटल संग्रहण से पेंशनभोगियों की इस समस्या का निवारण हो जाएगा।   

कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि अपने सेवानिवृत जीवन में पेंशनधारियों को असंख्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है।इसके साथ ही कोरोना संकट की मौजूदा परिस्थिति में पेंशनधारियों को पीपीओ की हार्ड कॉपी प्राप्त करना एक बड़ी समस्या साबित हो रही थी। लेकिन अब डिजिलॉकर की सुविधा होने से कोई भी पेंशनधारी अपने डिजिलॉकर खाते से पीपीओ की नवीनतम प्रति प्रिंटआउट के ज़रिए प्राप्त कर सकेगा। 

क्या है डिजिलॉकर और इसके फायदे क्या हैं?
सरकार की इस पहल पेंशनभोगियों के डिजिलॉकर में पीपीओ का एक स्थायी रिकॉर्ड बन सकेगा। इसके साथ ही डिजिलॉकर नए पेंशनभोगियों तक पीपीओ के पहुंचने में देरी को खत्म करेगा। यह पेंशनधारियों को पीपीओ की एक भौतिक प्रति सौंपने की आवश्यकता को भी समाप्त करेगा। डिजिलॉकर नागरिकों के लिए एक डिजिटल दस्तावेज़ वॉलेट होता है जो उन्हें कभी भी और कहीं भी महत्वपूर्ण दस्तावेजों तक पहुंचने की अनुमति देता है।