नई दिल्ली। दिल्ली-NCR में एयर क्वालिटी खतरनाक रूप से उच्च स्तर पर है। आलम ये है कि दिल्लीवासियों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। आंखों में जलन होने की शिकायत आम है। दिल्ली का बढ़ता प्रदूषण न सिर्फ लोगों के लिए बल्कि सरकार के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है। बुधवार को लगातार 5वें दिन दिल्ली का AQI 400 के पार है।
बुधवार की सुबह 6 बजे कई इलाकों में AQI 450 और 9 बजे 424 रहा। यह ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।शहर का सबसे प्रदूषित इलाका मुंडका (AQI 464) रहा। वहीं, वजीरपुर और अलीपुर में AQI 462 रिकॉर्ड किया गया।
प्रदूषण के कारण छाई धुंध से पालम समेत कुछ इलाकों में विजिबिलिटी घटकर 150 मीटर रह गई। इस कारण 79 फ्लाइट्स ने देरी से उड़ान भरी और 6 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं। इसके अलावा रेलवे ने बताया कि बुधवार को 13 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के 50% सरकारी कर्मचारी घर से काम करेंगे। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी है।इसके इम्पलिमेंटेशन के लिए सचिवालय में आज दोपहर 1 बजे अधिकारियों के साथ बैठक होगी।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने जजों को डिजिटल सुनवाई का ऑप्शन दिया। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) संजीव खन्ना ने कहा कि जहां भी संभव हो सके, कोर्ट वहां डिजिटल तरीके से सुनवाई करें। वकील वर्चुअल पैरवी कर सकते हैं।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में बुधवार को जरूर थोड़ा सुधार हुआ है लेकिन एयर क्वालिटी इंडेक्स अभी भी खराब स्तर पर है, जिसका लोगों की सेहत पर बुरा असर हो रहा है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र से स्थिति से निपटने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाने और राष्ट्रीय राजधानी में कृत्रिम बारिश कराने को मंजूरी देने का आग्रह किया।