पुदुच्चेरी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि गरीबों की समस्याओं और मुद्दों में देश के मीडिया की आज कोई दिलचस्पी नहीं रह गई है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि मीडिया आज एक-दो बड़े व्यवसाइयों का औजार बन गया है। उन्होंने कहा कि गरीबों को यह बात समझकर खुद को संगठित और एकजुट करना होगा। राहुल गांधी ने ये बातें आज दक्षिण भारतीय राज्य पुदुच्चेरी की यात्रा के दौरान मछुआरों को संबोधित करते हुए कही। 



राहुल गांधी ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि गरीब खुद को संगठित करें। कांग्रेस पार्टी के पास वह सिस्टम और संरचना हैं जहां गरीब अपनी मांगों और मुद्दों के साथ आ सकते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि आपको यह समझना होगा कि मीडिया गरीब लोगों के स्वामित्व में नहीं है इसलिए मीडिया गरीबों के मुद्दों में दिलचस्पी नहीं रखती है।

 





मछुआरों से संवाद के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि सिर्फ 1-2 बहुत अमीर लोग पूरे समुद्र को नियंत्रित करें और हम चाहते हैं कि लाखों भारतीय मछुआरे समुद्र को नियंत्रित करें। उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस में यही फर्क है। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार सभी छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला कर रही है क्योंकि वे चाहते हैं कि भारत में सभी व्यवसाय बड़े कॉर्पोरेट्स द्वारा नियंत्रित हों। हमारा दृष्टिकोण पूरी तरह से अलग है। राहुल ने कहा कि हम छोटे और मंझोले व्यवसायों को मजबूत करना चाहते हैं, क्योंकि वही इस देश की ताकत हैं। दूसरी तरफ नोटबंदी हो, जीएसटी हो या सरकार की कोरोना पर प्रतिक्रिया हो, इन सभी उदाहरणों में छोटे और मध्यम व्यवसायों को कमजोर करने की मोदी सरकार की रणनीति देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि मैं यहां सिर्फ अपनी बात कहने नहीं, बल्कि आपकी बात सुनने आया हूं। 



 





 



राहुल गांधी ने कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने हमारे किसानों के खिलाफ तीन कानून  पारित किए हैं, जिसकी वजह से किसान बहुत पीड़ा और अशांति महसूस कर रहे हैं। हर कोई जानता है कि किसान किसी भी देश की रीढ़ हैं। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने सबसे अमीर लोगों का 10 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ कर दिया। कोविड के दौरान, भारत में सबसे अमीरों को उपहार के रूप में डेढ़ लाख करोड़ रुपये दिए गए, लेकिन जब घर जा रहे मजदूरों ने रेल/बस का टिकट मांगा, तो उन्हें एक रुपया नहीं दिया गया।