जम्मू कश्मीर। मौसम विभाग ने कश्मीर के 8 और हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों में अगले 24 घंटे में बर्फीले तूफान का अलर्ट जारी किया है। जम्मू-कश्मीर की आपदा प्रबंधन अथोरिटी ने राज्य के डोडा, किश्तवाड़, पुंछ, रामबन, बांदीपोर और कुपवाड़ा जिलों में मध्यम खतरे के स्तर का हिमस्खलन और बारामुला और गांदरबल जिलों में कम खतरे के स्तर का हिमस्खलन होने की संभावना जताई है। 

आपदा प्रबंधन अथोरिटी ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने और हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है। कश्मीर घाटी के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कमी के बीच शनिवार तड़के कुछ इलाकों में रुक-रुककर हल्की बर्फबारी हुई। खराब मौसम के चलते श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बंद कर दिया गया है।

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हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों में खतरे की संभावना जताई गई है। स्नो एंड एवलांच स्टडी एस्टेब्लिशमेंट (SASE) मनाली ने चेतावनी जारी करते हुए कुल्लू, लाहौल स्पीति, चंबा के पांगी और किन्नौर जिले में ग्लेशियर व हिमखंड गिरने की आशंका जताई हे। ऐसे में सैलानियों और आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

SASE मनाली की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार, जिला कुल्लू के नेहरू कुंड, कुलंग, पलचान, कोठी, रोहतांग पास, सोलंगनाला, धुंधी, व्यासकुंड, साउथ पोर्टल और बंजार, आनी उपमंडल को आपस में जोड़ने वाले जलोड़ी दर्रा में पहाड़ियों से हिमस्खलन होने का खतरा है। जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में कोकसर, सिसु, तांदी, दारचा, सरचू, उदयपुर, कीर्तिंग, छतडू, बातल, लोसर, सूमदो आदि क्षेत्रों में पहाड़ियों से ग्लेशियर गिरने की चेतावनी जारी की गई है।

हिमस्खलन के दौरान, बर्फ, चट्टान और अन्य चीजें किसी पहाड़ से नीचे की ओर तेजी से फिसलती हैं। हिमस्खलन आमतौर पर तब शुरू होता है जब किसी पहाड़ की ढलान पर मौजूद बर्फ या पत्थर जैसी चीजें उसके आसपास से ढीली हो जाती हैं। इसके बाद ये तेजी से ढलान के नीचे मौजूद और चीजों को इकट्टा कर नीचे की और गिरने लगती हैं।