लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कई जिले इस समय बाढ़ के चपेट में हैं। बाढ़ के कारण निचले इलाकों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है। इसी बीच आज यानी शनिवार को प्रदेश के लाखों छात्र उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की यूपी प्रीलिमनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट (UP PET) 2022 देने के लिए घर से बाहर निकले हैं।



छात्रों को उनके घर से 200 से 300 किलोमीटर दूर तक एग्जाम सेंटर दिया गया है। जहां पहुंचना छात्रों के लिए अग्निपरीक्षा बन रहा है। रेलवे स्टेशनों पर कल शाम से ही भारी भीड़ है और ट्रेन के भीतर तो सांस तक लेने की जगह नहीं है। सोशल मीडिया पर छात्रों की दयनीय स्थिति की कई तस्वीरें सामने आई है। सोशल मीडिया यूजर्स यूपी सरकार के इंतजाम पर सवाल कर रहे हैं।





इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वरुण गांधी ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर अपनी ही सरकार को घेरा है। वरुण गांधी ने परेशान छात्रों की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा कि, 'यूपी बाढ़ की चपेट में हैं और 37 लाख से अधिक छात्र PET की परीक्षा देने निकले हैं। प्रश्नपत्र हल करने से बड़ी चुनौती सेंटर तक पहुँचना है। छात्रों की निरंतर माँग के बाद भी ना परीक्षा टाली गयी ना यातायात के पुख्ता इंतजाम किए गए। शायद ‘हवाई निरीक्षण’ से ‘जमीनी मुद्दे’ नहीं दिखते।'





उत्तर प्रदेश के रेलवे स्टेशनों पर स्टूडेंट्स का हुजूम उमड़ पड़ा है। रेलवे स्टेशन स्टूडेंट्स से खचाखच भरे हुए हैं और यही हाल ट्रेनों का भी है। सोशल मीडिया पर इन स्टूडेंट्स ने अपना दर्द बयां किया है। उम्मीदवारों ने इस बात की भी शिकायत की है कि एग्जाम सेंटर दूर होने की वजह से वहां पहुंचना चुनौतीपूर्ण हो गया है। स्टूडेंट्स का कहना है कि जो उम्मीदवार गाजीपुर के रहने वाले हैं, उन्हें इलाहाबाद, तो गोरखपुर के स्टूडेंट्स को मऊ, आजमगढ़ एग्जाम देने जाना है।





बता दें कि यूपी पीईटी परीक्षा 15 और 16 अक्टूबर 2022 को दो शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। पहली शिफ्ट सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित की जाएगी। उधर बाढ़ के कारण ग्रामीण इलाकों में लोगों को खाने-पीने की किल्लत भी हो रही है. यूपी के करीब 18 जिलों में 1370 गांव ऐसे हैं जो बाढ़ से प्रभावित हैं।