खेलों के महाकुंभ ओलंपिक की विभिन्न प्रतिस्पर्थाओं में दुनिया भर के खिलाड़ियों ने अपने-अपने देश के लिए मेडल्स जीते हैं। जिसके बाद उनके देशों और प्रदेशों में उनका सम्मान किया जा रहा है। मेडल विजेताओं के लिए तरह-तरह के आयोजन किया जा रहा है। इसी बीच जापान के नागोया से एक हैरतअंगेज खबर सामने आई है। जहां मेडल विजेता खिलाड़ी के गोल्ड मेडल को वहां के मेयर चबा लिया।

जापान के नागोया शहर की मियू गोटो सॉफ्टबॉल एथलीट ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल किया था। जिसके बाद मियू गोटो के सम्मान में समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन में नागोया शहर के मेयर ताकाशी कावामूरा भी खिलाड़ी की हौसला अफजाई करने पहुंचे। उन्होंने मियू के हाथ से गोल्ड मेडल लिया। फिर क्या था एक के बाद एक कैमरे उनकी तस्वीरें खींचने लगे। तभी मेयर ने फोटो के लिए पोज देते हुए गोल्ड मेडल को खिलाड़ियों के अंदाज में दांत में दबा लिया। जैसे ही मेयर ने मेडल को दांत में दबाया, मेडल में से जोर से टूटने की आवाज आई। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो मेडल टूट गया। लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि मेयर के दांतों की मजबूती ने एथलीट के सपनों का मेडल तोड़ दिया। अब सोशल मीडिया पर मेयर को ट्रोल किया जा रहा है। जिसके बाद मेयर ने खिलाड़ी से माफी मांगी है, और उनका गोल्ड मेडल रिप्लेस करवाने का आश्वासन भी दिया है।

दरअसल नागोया के मेयर ताकाशी कावामूरा ने अपनी जग हंसाई से परेशान होकर खिलाड़ी को नया गोल्ड मेडल दिलवा रहे हैं। खबर है कि मेयर ने एथलीट से माफी मांगते हुए कहा था कि उनसे गलती हो गई है, उन्हें माफ कर दिया जाए। अपनी सफाई में मेयर ने कहा था कि खिलाड़ी के मेडल को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है।

जापानी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने गोल्ड मेडल रिप्लेसमेंट की परमीशन दे दी है। दरअसल किसी भी मेडल को बाइट करना इनदिनों ट्रेंड में है, लेकिन वह भी केवल खिलाड़ियों द्वारा, किसी अन्य व्यक्ति को मेडल बाइट करने को अनुचित बताया गया है। दुनिया भर से इस खबर पर कई तरह के रिएक्शन्स मिले हैं। इस घटना के बारे में ओलंपियंस का कहना है कि मेडल उनकी जिंदगी भर की मेहनत का फल है, वे मेडल्स को खजाना मानते हैं और वही जापनी मेयर द्वारा मेडल बाइट करना जिससे उसे नुकसान पहुंचा वह अपमानजनक था।

टोक्यो ओलंपिक में जापान के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली नाओहिसा ताकातो ने एक ट्वीट में करते हुए कहा था कि  अगर ऐसी घटना उनके मेडल के साथ होती तो वे रो पड़तीं वे अपने मेडल को खुद से ज्यादा सम्हाल कर रखती हैं ताकि उसे खरोंच तक ना आए।