भारतीय मूल की अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज होने जा रहा है। उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला तो हैं ही अब मैडम तुसाद वैक्स म्यूजियम में उनकी मोम की प्रतिमा रखी जा रही है। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह पहला मौका है कि किसी अमेरिकी उपराष्ट्रपति को ऐसा सम्मान मिलने जा रहा है।वहीं इस म्यूजिम में रखने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मोम की प्रतिमा भी तैयार की जा रही है। 





 



दरअसल 29 अप्रैल को कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति बने 100 दिन पूरे हो गए हैं। इसी दिन को यादगार बनाने के लिए न्यूयार्क के मैडम तुसाद वैक्स म्यूजियम में उनकी स्टैच्यू बनना शुरू हो गई हैं। इस मोम के पुतले को क्रिस्टोफर जॉन रोजर्स की तैयार की गई खास पोशाक पहनाई जाएगी। यह वही डिजाइनर ड्रेस है जो उन्होंने शपथ ग्रहण के दौरान पहनी थी। वैक्स प्रतिमा को बैंगनी कलर का कोट पहनाया जाएगा। साथ  ही उनको वहीं पर्ल का सेट औऱ ज्वैलरी भी पहनाई जाएगी।



मैडम तुसाद वैक्स म्यूजियम के प्रवक्ता ब्रिटनी विलियम्स ने कहा है कि अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति को यहां स्थान देकर खुद को गौरवांन्वित महसूस कर रहे हैं। एक तरफ कमला हैरिस ने देश की पहली उपराष्ट्रपति बनकर इतिहास रचा अब संग्रहालय भी उनके इतिहास का साक्षी बनते हुए उनकी मोम की प्रतिमा को यहां रखा जा रहा है। यहां रखी उनकी मोम की प्रतिमा अमेरिका के गौरवशाली इतिहास को सदियों तक याद दिलाएगी।



कमला हैरिस की मोम प्रतिमा बनाने वाले कलाकार डेविड बर्क का कहना है कि उन्होंने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की प्रतिमा बनाते वक्त उनकी आंखों की चमक और उनकी सौम्य मुस्कान को हूबहू उतारने की कोशिश की है।





इसके लिए वे उनके सैकड़ों फोटोज की मदद ले रहे हैं। फिलहाल उनका मूर्ति का सिर लगभग तैयार है। बाकी काम आगामी दिनों में होगा। आमतौर पर जिन हस्तियों की मोम की प्रतिमा बनाई जाती है, मूर्तिकार खुद उनसे मिलते हैं और उनके फीचर की बारीकियों को नोटिस करते हैं, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से ऐसा कर पाना संभव नहीं है, इसलिए कमला हैरिस की फोटोज से ही देखकर उनके चेहरे की बारीकियों को उतारा जा रहा है।





56 साल की कमला हैरिस अमेरिका ही नहीं, अफ्रीका, एशिया और भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक के रूप में कई  रिकॉर्ड बनाए हैं। वो सैन फ्रैंसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अर्टानी बनने वाली पहली महिला थी। कमला हैरिस पहली अफ्रीकन अमेरिकन, पहली एशियन अमेरिकन, पहली भारतीय मूल की अमेरिकन के साथ पहली अमेरिकी महिला उपराष्ट्रपति बनी हैं, यह सभी इतिहास में एक रिकॉर्ड हैं।