रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार एक दिसंबर से धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है। इसके लिए किसानों के रजिस्ट्रेशन का काम पूरा हो चुका है। इस बार किसानों से 90 लाख मीट्रिक टन धान सरकार खरीदेगी। किसानों के खाते में करीब 22 हजार 500 करोड़ रुपये भेजे जाएंगे।

छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आरपी मंडल ने इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों को आदेश जारी कर दिया है। मुख्य सचिव ने तैयारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार प्रदेश में किसानों की धान एक दिसंबर से खरीदी जाएगी। सरकार ने इस साल 90 लाख मेट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा है।  इस  धान की लागत करीब 22,500 करोड़ है। सभी कलेक्टरों को धान खरीदी केन्द्रों में समुचित तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं।

बारदाना आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के लिए करीब दो हजार 205 धान खरीदी केंद्र बनाए गये हैं। इसमें से 157 नये धान खरीदी केंद्र है। यहां की व्यवस्था जिला कलेक्टरों को करनी है। प्रदेश में बारदाना अनाज रखने के बोरों की कमी से निपटने के लिए भी समुचित उपाय किए जा रहे हैं।

नए जूट बारदानों की कमी की वजह से पुराने बारदानों को भी उपयोग में लाया जाएगा। पीडीएस का लगभग 1 लाख गठान बारदाना और राइस मिलर्स के माध्यम से लगभग 2 लाख गठान पुराने बारदाने जमा करने का टारगेट रखा गया है।

वहीं जूट बारदाना नहीं होने पर 70 हजार गठान प्लास्टिक बारदाने भी मंगाए गए हैं। एमडी मार्कफेड से मिली जानकारी के अनुसार 42 हजार पीडीएस और एक लाख 23 हजार गठान कस्टम मिलर्स के माध्यम से बारदानों का इंतजाम हो चुका है। जिला कलेक्टरों को धान खरीदी के लिए पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।