टाटा के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने बीते कुछ सप्ताह में 180 से अधिक गैर-उड़ान संबंधित कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन की ओर से सफाई देते हुए कहा गया है कि नौकरी से निकाले गए सभी कर्मचारी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजनाओं और पुनः कौशल के अवसरों का उपयोग करने में सक्षम नहीं थे।

गौरतलब है कि एयर इंडिया जब घाटे में चल रही थी तो टाटा ग्रुप ने साल 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण कर लिया था और तब से इसके बिजनेस मॉडल को व्यवस्थित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को जानकारी दी है कि फिटमेंट प्रक्रिया के हिस्से के रूप में गैर-उड़ान कार्यों में कर्मचारियों को उनकी योग्यताओं और संगठनात्मक आवश्यकताओं के आधार पर जिम्मेदारी दी गई थी।

बताया जा रहा है कि एयर इंडिया ने कैंटीन सर्विस, हायजीन और एसी सर्विस स्टाफ के कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। एयरलाइन की ओर से नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों की संख्या नहीं बताई गई है। सूत्रों के मुताबिक, करीब 180 से कुछ अधिक पुराने कर्मचारी थे, जिन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है। आपको बता दें कि एयर इंडिया में करीब 18,000 कर्मचारी हैं। इससे पहले 12 मार्च को एयरलाइन ने 53 स्टाफ को बाहर निकाला था।