दस लाख रुपये के निवेश पर मिल सकता है 4 लाख 30 हज़ार रुपये ब्याज। वो भी बिना कोई जोखिम उठाए, सरकारी गारंटी वाले पोस्ट ऑफिस में पैसे रखकर। बेहद कम ब्याज दरों वाले मौजूदा इस दौर में पूंजी की पूरी सुरक्षा के साथ इससे बेहतर रिटर्न मिलना मुश्किल है। ख़ास तौर पर उनके लिए जिन्हें अपनी जमापूंजी को सुरक्षित रखने की सबसे ज़्यादा फ़िक्र है। इस बेहतरीन बचत योजना का नाम है पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम (SCSS)। आइए जानते हैं कि क्या है इस स्कीम की खूबियाँ।

सीनियर सिटीजंस के लिए चलाई जाने वाली इस स्कीम में अगर एक साथ 10 लाख रुपये जमा कर दिए जाएँ, तो सालाना 7.4 फीसदी (कंपाउंडिंग यानी चक्रवृद्धि) ब्याज दर के हिसाब से 5 साल बाद यानी मेच्योरिटी पर कुल रकम 14,28,964 रुपये होगी। यानी 14 लाख रुपये से ज्यादा। यहां आपको ब्याज के रूप में 4,28,964 रुपये का फायदा हो रहा है।

जमा की गई रक़म कम-ज्यादा होने पर आप परिपक्वता राशि का कैलकुलेशन उसी अनुपात में एडजस्ट कर सकते हैं। मसलन अगर दस लाख की जगह 1 लाख रुपये जमा किए जाएँ, तो पाँच साल बाद 1,42,896 रुपये मिलेंगे। यानी 42,896 रुपये का फ़ायदा होगा।

सीनियर सिटीजन्स सेविंग्स स्कीम (SCSS) की खासियत

  • इस स्कीम में सालाना ब्याज 7.4 फीसदी मिलेगा और मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है।
  • 1000 रुपये के मल्टीपल में कोई भी रक़म जमा की जा सकती है। (मसलन एक हज़ार, दो हज़ार, तीन हज़ार)।
  • इस स्कीम में अधिकतम 15 लाख रुपये तक ही जमा किए जा सकते हैं।
  • SCSS के तहत 60 साल या उससे ज्यादा उम्र वाले लोग ही एकाउंट खुलवा सकते हैं।
  • 55 साल या उससे ज्यादा उम्र वाले ऐसे लोग भी इस स्कीम में खाता खुलवा सकते हैं, जो VRS यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुके हों। लेकिन ऐसे लोगों को रिटायरमेंट बेनिफिट्स मिलने के एक महीने अंदर ही SCSS में एकाउंट खुलवाना होगा। साथ ही इसमें डिपॉजिट की जाने वाली रक़म रिटायरमेंट बेनिफिट्स की कुल रक़म से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  • SCSS के तहत डिपॉजिटर अकेले या अपनी पत्नी/पति के साथ ज्वॉइंट एकाउंट भी खोल सकते हैं, लेकिन जमा रक़म कुल मिलाकर अधिकतम 15 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
  • 1 लाख रुपये कम रकम का एकाउंट कैश देकर खुलवाया जा सकता है, लेकिन एक लाख या उससे ज्यादा रकम सिर्फ चेक के ज़रिए ही जमा की जा सकती है।